
कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) की गठबंधन सरकार पर संकट के बादल छाते हुए नजर आ रहे हैं। शनिवार को चले सियासी ड्रामे में जेडीएस और कांग्रेस के 14 विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद बीजेपी ने सूबे में सरकार बनाने की बात करके राजनीतिक सरगर्मी को बढ़ा दिया। आज कांग्रेस के ये विधायक विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार से मिलने के लिए पहुंचे थे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं होने के बाद बाद में सभी भी विधायक राजभवन पहुंचे।
जिन जेडीएस और कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा दिया है, वे बेंगलुरू के एचएएल एयरपोर्ट पहुंचे हुए हैं। इस्तीफा देने वाले सभी विधायक विशेष विमान से गोवा के लिए रवाना हो गए हैं।
Karnataka: 10 Congress-JD(S) MLAs have left for Mumbai. 3 Congress MLAs Ramalinga Reddy, S.T. Somashekar, & Munirathna have stayed behind. https://t.co/2DkV6Zuikx
— ANI (@ANI) July 6, 2019
कांग्रेस के जिन विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा है, उनमें पूर्व गृह मंत्री और सात बार के विधायक रामलिंगा रेड्डी, रमेश जर्किलोही, महेश कुमाथहल्ली, एसटी सोमशेखर, बीए बसावराज, बीसी पाटिल, प्रतापगौड़ा पाटिल और शिवराम हेबर हैं। विधानसभा स्पीकर कार्यालय ने इस बात की पुष्टि की है। जबकि, जेडीएस के तीन विधायक हैं- एएच विश्वनाथ, जिन्होंने पिछले महीने पार्टी के राज्य अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। इसके अलावा, के. गोपालियाह और नारायण गौड़ा हैं।
गठबंधन सरकार पर खतरा ऐसे वक्त मंडरा रहा है जब मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी अमेरिका में हैं और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश कुंडु राव ब्रिटेन में हैं जो अब रविवार को लौट रहे हैं। बता दें कि 13 विधायकों ने आज इस्तीफा दिया है जबकि एक विधायक पहले ही इस्तीफा दे चुके थे।
संकट के बीच कर्नाटक कांग्रेस प्रभारी केसी वेणुगोपाल बेंगलुरु पहुंच रहे हैं, वहीं पार्टी के संकटमोचक डी. के. शिवकुमार भी सक्रिय हो चुके हैं। वह अपने विधानसभा क्षेत्र कनकपुरा से आनन-फानन में बेंगलुरु पहुंचे और संकट को खत्म करने की कवायद में जुट गए हैं। उन्होंने अपने आवास पर कांग्रेस के 3 बागी विधायकों रामलिंगा रेड्डी, एस. टी. सोमशेखर और बैरती बासवराज से मुलाकात की। शिवकुमार से मुलाकात के एस. टी. सोमशेखर और बैरती बासवराज एक अन्य बागी विधायक मुनिरत्ना के साथ राजभवन पहुंचे। इन तीनों विधायकों ने कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सीएम बनाने की मांग की है।

राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात के बाद जेडीएस के बागी विधायक एच. विश्वनाथ ने कहा कि गठबंधन सरकार राज्य के लोगों की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी है। उन्होंने कहा, 'अबतक कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के 14 विधायक सरकार के खिलाफ इस्तीफा दे चुके हैं। हम राज्यपाल से भी मिले। हमने स्पीकर को लिखा है कि हमारे इस्तीफे स्वीकार करें। गठबंधन सरकार कर्नाटक के लोगों की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी है।'
बागी जेडीएस विधायक एच. विश्वनाथ ने यह भी बताया, 'हमने कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर को अपने इस्तीफे सौंपे हैं। उन्होंने हमें भरोसा दिया है कि इस पर मंगलवार तक फैसला ले लेंगे। इस सरकार ने अपने कामकाज को लेकर सभी को विश्वास में नहीं लिया। इसी वजह से आज हमने अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया है। हम किसी 'ऑपरेशन कमल' से प्रभावित नहीं हैं।'
बीजेपी नेता डीवी सदानंद गौड़ा ने साफ किया है अगर राज्यपाल सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं तो उनकी पार्टी इसके लिए तैयार है। इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कहा कि बीजेपी की सरकार बनी तो बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बनेंगे। इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता सदानंद गौड़ा ने कहा, 'सभी विधायक यह समझ गए थे कि लंबे समय में इन पार्टियों के साथ रहने में उनका या उनके क्षेत्र का कोई फायदा नहीं है। ऐसे में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है।'
शनिवार को कर्नाटक की सियासत उस समय गरमा गई जब अचानक सत्तारूढ़ जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के 14 विधायक विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा देने पहुंच गए। हालांकि स्पीकर कार्यालय में नहीं मिले। उनके सचिव को इन सभी विधायकों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया।
इस सवाल के जवाब में कि क्या बीजेपी सूबे में सरकार बनाने के लिए तैयार है, बीजेपी नेता ने कहा, इस मामले में निर्णय लेने का हक राज्यपाल को है। जहां तक संवैधानिक जनादेश का सवाल है, अगर वह (राज्यपाल)हमें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं तो हम इसके लिए तैयार हैं। हम सूबे की सबसे बड़ी पार्टी हैं। हमारे पास 105 का आंकड़ा है। सीएम चेहरे के सवाल पर गौड़ा ने साफ कहा कि ऐसी स्थिति बनती है तो निश्चित ही येदियुरप्पा सूबे के मुख्यमंत्री बनेंगे।
उधर, येदियुरप्पा ने कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के रवैये की निंदा की। येदियुरप्पा ने कहा, 'शिवकुमार के रवैये को लोग देख रहे हैं। यहां स्पीकर के पास इस्तीफा देने आए कुछ विधायकों के इस्तीफा पत्र को उन्होंने फाड़ दिया। यह निंदनीय है। जनता सब देख रही है।'
इससे पहले स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी को पिकअप करना था, इसलिए वह घर चले गए थे। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने दफ्तर में बता दिया था है कि वे इस्तीफा ले लें। स्पीकर ने कहा कि 14 विधायकों के इस्तीफे की जानकारी है। उन्होंने कहा कि अब वह सोमवार को इस मामले को देखेंगे।
उधर, ऐसी भी चर्चा है कि अभी और विधायक इस्तीफा दे सकते हैं। इस घटनाक्रम से कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी को करारा झटका लगा है। संकट को देखते हुए कांग्रेस के संकटमोचक डीके शिवकुमार अपने विधानसभा क्षेत्र कनकपुरा से वापस बेंगलुरु आ गए हैं।
बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 104 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन राज्य में सरकार बनाने में वह नाकाम रही थी। मौजूदा गठबंधन सरकार को 117 विधायकों का समर्थन हासिल है। इसमें कांग्रेस के 78 जबकि जेडीएस के 37 विधायक शामिल हैं। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस और जेडीएस को एक-एक सीटों पर जीत हासिल हुई थी।