जम्मू-कश्मीर में चार अगस्त की रात से ही संचार सेवा ठप है, लेकिन हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी का ट्विटर हैंडल सक्रिय है और उस पर लगातार भारत विरोधी ट्वीट किए जा रहे हैं। गिलानी के ट्विटर हैंडल 'एट द रेट एसएगिलानी अंडरस्कोर' पर मुख्य रूप से पाकिस्तान और इंटर-सर्विसिस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर की तारीफ की जाती है।
इससे पहले गिलानी का ट्विटर हैंडल 'एट द रेट एसएगिलानी' था, जिसे भारत विरोधी और अलगाववादी कटु विषय-वस्तु को लेकर जून में ही रद्द कर दिया गया था।
लेकिन मौजूदा ट्विटर हैंडल सक्रिय है और रोजाना इस पर ट्वीट किए जाते हैं। संभव है कि इसका संचालन सीमापार से किया जा रहा हो।
जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने के बाद, गिलानी के मौजूदा ट्विटर हैंडल से कश्मीर के संबंध में पाकिस्तानी सोच उजागर होती है।
ट्वीट में कोई स्थानीय विषय-वस्तु नहीं होती है, जोकि कश्मीर में मौजूद लोगों की जमीनी हकीकत बताती हो।
उदाहरण के तौर पर चार अगस्त को किए गए ट्वीट को देखा जा सकता है, जिसमें लिखा है-"भारत क्लस्टर बम का इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तान हमें आपकी मदद की जरूरत है। कश्मीर खतरे में है।"
पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि भारत ने उस दिन सीमा के आसपास निवास करने वाले नागरिकों पर क्लस्टर बम का इस्तेमाल किया था।
ट्वीट से लगता है कि इस हैंडल का संचालन पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा आईएसपीआर द्वारा किया जा रहा है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।