ई-कॉमर्स कंपनी 'अमेज़न' (Amazon) 'एप्पल' के बाद एक ट्रिलियन डॉलर (करीब 71 लाख करोड़ रुपये) मार्केट कैप वाली अमेरिकी की दूसरी और दुनिया की तीसरी लिस्टेड कंपनी बन गई है. 'अमेज़न' के स्टॉक प्राइस पिछले 15 महीने में दोगुने हो गए हैं. इसका शेयर मंगलवार को 2% तेजी के साथ 2050.50 डॉलर पर पहुंच गया. इस बढ़त से इनकी मार्केट वैल्यू में इजाफा हुआ. सिलिकॉन वैली की एप्पल ने महज एक महीने पहले ही ये कारनामा करने वाली दुनिया की पहली कंपनी होने का गौरव हासिल किया था.
'अमेज़न' की मार्केट वैल्यू भारतीय अर्थव्यवस्था का 38 फीसदी हो गई है. अगर ऑनलाइन रिटेलर कंपनी की ये ग्रोथ ऐसे ही बरकरार रहती है, तो आने वाले दिनों में संभव है कि कंपनी 1 ट्रिलियन डॉलर से भी आगे निकल जाए. इस शानदार बढ़त के बाद 'अमेज़न' अब सिर्फ आईफोन कंपनी 'एप्पल' से पीछे है. 'एप्पल' ने 2 अगस्त को 1 ट्रिलियन डॉलर का आकंड़ा पार किया था.
अकेले इस साल ऐमजॉन के शेयरों में 75 फीसदी का उछाल आया है. इस उछाल से ऐमजॉन के मार्केट कैपिटलाइजेशन में 435 अरब डॉलर का इजाफा हुआ. यह इजाफा अमेरिका के अन्य टॉप 3 रिटेल स्टोर्स, वॉलमार्ट, कोस्टको और टारगेट के संयुक्त मार्केट कैपिटलाइजेशन के बराबर है.
Amazon becomes second US company to reach USD 1 trillion value
— ANI Digital (@ani_digital) September 4, 2018
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वॉल स्ट्रीट जनरल ने ऐमजॉन पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि निवेशकों के बीच यह इसलिए लोकप्रिय है क्योंकि हाल के क्वॉटर्स में इसने बेहतर वित्तीय अनुशासन का प्रदर्शन किया है.
भारत में भी अमेजन इंडिया के नाम से अपनी अलग पहचान रखने वाली अमेजन के शेयर मंगलवार को दोपहर बार 2050.27 डॉलर कीमत पर बिके, जिससे कंपनी की मार्केट वैल्यू ने 1 खरब डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया. सिएटल स्थित अमेजन को उसके मालिक जैफ बेजॉस ने शुरुआत में किताबें बेचने वाली कंपनी के तौर पर शुरू किया था. बेजॉस आज की तारीख में अमेरिका के एक नामचीन समाचार पत्र द वॉशिंगटन पोस्ट के मालिक भी हैं.
बता दें कि 'अमेज़न' के साथ ही इसके फाउंडर जेफ बेजोस हाल ही में दुनिया के सबसे अमीर शख्स बने हैं. फोर्ब्स की अरबपतियों की लिस्ट के मुताबिक, बेजोस 141.9 अरब डॉलर (9.64 लाख करोड़ रुपये) नेटवर्थ के साथ दुनिया के सबसे अमीर शख्स हैं.
दुनिया के सिर्फ़ 16 देश ही ऐसे हैं जिनकी जीडीपी 'एप्पल' की मार्केट वैल्यू से ज़्यादा है यानी, एप्पल 177 देशों से ज़्यादा अमीर है. 'एप्पल' चाहे तो 3 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाले पाकिस्तान जैसे तीन देशों को खरीद सकती है.