भारतीय और अमरीकी विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच पहली बार होने वाली टू प्लस टू वार्ता को दूसरी बार अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है. भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता 6 जुलाई को होने वाली थी जिसमे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस से वार्ता करनी थी.
पहले यह मीटिंग अप्रैल के महीने में होनी थी, लेकिन तत्कालीन अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के इस्तीफे के बाद इसे कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया था. इस टू प्लस टू वार्ता का तानाबाना पिछले साल तब बुना गया था, जब पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका का दौरे पर गए थे.
US @SecPompeo spoke to EAM @SushmaSwaraj a short while ago to express his regret and deep disappointment at the US having to postpone the 2+2 Dialogue for unavoidable reasons. 1/2
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) June 27, 2018
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर के जरिये इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से फ़ोन पर बात की और वार्ता को टालने पर गहरी निराशा और खेद प्रकट किया.
कुमार ने ट्वीट किया कि अमरीकी विदेश मंत्री पोम्पियो ने विदेश मंत्री स्वराज से इस अनुरोध को मानने की अपील की. इसके अलावा दोनों ही नेता जल्द से जल्द आपसी सहमति से वार्ता के लिए नई तिथियां तय करने पर भी राजी हुए.
फोन कॉल के दौरान पोम्पियो ने अमरीका-भारत के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने की बात करते हुए यह स्वीकार किया कि भारत ट्रंप प्रशासन के लिए 'प्राथमिकता' है.