पाकिस्तान ने इस वर्ष बिना किसी उकसावे के 2050 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जिनमें 21 भारतीयों की मौत हो गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने रविवार को बताया कि, "हमने पाकिस्तान की तरफ से बिना किसी उकसावे के संघर्ष विराम के उल्लंघन, सीमा पार से आतंकवादी घुसपैठ और उनके द्वारा भारतीय नागरिकों और सीमा चौकियों को निशाना बनाये जाने पर चिंता जतायी है।"
रवीश कुमार ने बताया, 'हम सीमा पार से होने वाली घुसपैठ को लेकर भी संजीदा हैं। पाकिस्तानी सैनिक भारतीय नागरिकों और बॉर्डर पोस्ट को निशाना बनाते हैं।'
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना की इसी हरकत से सालभर में 21 नागरिकों की मौत हो गई।
रवीश कुमार ने कहा, 'इस साल अब तक पाकिस्तान ने 2050 बार सीजफायर तोड़ा और इसमें 21 भारतीय नागरिकों की जान गई। हम बार-बार पाकिस्तान की सेना से शांति बनाए रखनेकी अपील करते हैं लेकिन वह नहीं समझते हैं। भारतीय फौज सीमा पार से घुसपैठ को रोकने की कोशिश करती है और सीजफायर तोड़ने पर जवाब भी देती है।'
MEA: Highlighted our concerns at unprovoked ceasefire violations by Pakistan, including in support of cross border terrorist infiltration&targeting of Indian civilians&border posts. This year, they resorted to over 2050 unprovoked ceasefire violations in which 21 Indians died. pic.twitter.com/U8DJ6mjjdS
— ANI (@ANI) 15 September 2019
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने अपने नीकिया और जंदरोट सेक्टरों में भारतीय जवानों की तरफ से संघर्ष विराम के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए शनिवार को भारत के उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया को तलब किया था। इसके ठीक एक दिन बाद विदेश मंत्रालय का यह बयान आया है।
शनिवार को भी पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले केम मंजाकोट में सीजफायर तोड़ा। इसके बाद 5 किलोमीटर के दायरे में स्कूल बंद करवा दिए गए।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भी नियंत्रण रेखा से लगे हुए गांवों और अग्रिम चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों ने शनिवार को मोर्टार से गोले दागे और भारी गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।