बीते पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 को निष्क्रिय कर जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेश में बांटने के फैसले के तकरीबन ढाई महीने बाद केंद्र सरकार ने शुक्रवार को दो नए राज्यों के लिए नए उपराज्यपालों के नामों की घोषणा कर दी. राष्ट्रपति ने आदेश जारी कर नए राज्यपालों की नियुक्ति की घोषणा की है.
1 नवंबर से आईएएस अधिकारी गिरीश चंद्र मुर्मू जम्मू कश्मीर के नए उपराज्यपाल होंगे जबकि जम्मू-कश्मीर के मौजूदा राज्यपाल सत्यपाल मलिक को गोवा का गर्वनर नियुक्त किया गया है. इसके अलावा आईएएस अधिकारी राधाकृष्ण माथुर लद्दाख के पहले एलजी बनाए गए हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 1985 बैच के गुजरात काडर के अधिकारी गिरीश चंद्र मुर्मु केंद्रीय वित्त मंत्रालय में व्यय सचिव हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान मुर्मु उनके प्रधान सचिव थे. नवंबर 1959 को जन्मे मुर्मू ने पॉलिटिकल साइंस में परास्नातक के साथ एमबीए भी किया है. बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके जीसी मुर्मू को तेज-तर्रार अफसर माना जाता है.
वहीं राधा कृष्ण माथुर 1977 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. राधा कृष्ण माथुर नवंबर 2018 में भारत के मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में सेवानिवृत्त हुए. वह भारत के रक्षा उत्पादन सचिव, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम सचिव और भारत के मुख्य सचिव और त्रिपुरा के मुख्य सचिव भी की भूमिका भी निभा चुके हैं. आईआईटी कानपुर के छात्र रहे माथुर को रक्षा मामलों की गहरी समझ है. कहा जा रहा है कि उनके अनुभवों को देखते हुए ही उन्हें सामरिक तौर पर संवेदनशील नए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की कमान सौंपी.
जम्मू कश्मीर और लद्दाख 31 अक्टूबर को केंद्रशासित प्रदेश के तौर पर अस्तित्व में आ जाएंगे.
इसके अलावा पीएस श्रीधरन पिल्लई को मिजोरम का राज्यपाल बनाया है. जम्मू-कश्मीर वार्ता के लिए अधिकृत केंद्र सरकार के पूर्व प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा को लक्षद्वीप का प्रशासक नियुक्त किया गया है.