भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार को आज अविश्वास प्रस्ताव की परीक्षा से गुजरना है. मोदी सरकार के कार्यकाल में यह पहला मौका है जब उसे संसद में अपना बहुमत सिद्ध करना है. वोटिंग से पहले संसद में आज दिन भर बहस होगी और अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण होगा.
प्रधानमंत्री ने भी संसद की आज की कार्यवाही को लेकर एक ट्वीट भी किया है. उन्होंने कहा, 'हमारे संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में आज का दिन महत्वपूर्ण है. मुझे यकीन है कि मेरे सांसद साथी इस अवसर पर आएंगे और रचनात्मक, व्यापक और व्यवधान मुक्त बहस करेंगे. हम हमारे देशवासियों और संविधान निर्माताओं के आभारी हैं. भारत आज हमें देख रहा है.'
Today is an important day in our Parliamentary democracy. I am sure my fellow MP colleagues will rise to the occasion and ensure a constructive, comprehensive & disruption free debate. We owe this to the people & the makers of our Constitution. India will be watching us closely.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 20, 2018
बीजेपी चाहती है कि आज के भाषण में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री की तरह नहीं बल्कि चुनावी प्रतिद्वंद्वी की तरह विपक्ष को घेरें. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक पार्टी उनसे उम्मीद कर रही है कि वे सरकार के प्रदर्शन को बार-बार दोहराएं और इस दौरान कांग्रेस को विशेष रूप से निशाने पर लेते हुए विपक्ष के गठबंधन पर हमला करें.
साथ ही तीन तलाक और भ्रष्टाचार के मुद्दे को प्रमुखता से रखें. खबर के मुताबिक ध्रुवीकरण और सांप्रदायिक लामबंदी आज की बहस के विषय हो सकते हैं. विपक्ष गोहत्या के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा. वहीं, सरकार विपक्ष को भारत को 'हिंदू पाकिस्तान' कहे जाने और असहिष्णुता के मुद्दे पर अवसरवाद की राजनीति करने को लेकर घेरेगी.
कांग्रेस की तरफ से पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी सरकार और प्रधानमंत्री पर हमला करेंगे. वे बीजेपी और मोदी सरकार के चुनावी वादे पूरे नहीं होने के मुद्दे को मजबूती से रखेंगे. उनके भाषण में अर्थव्यवस्था की खराब हालत और सरकार पर बहुसंख्यक राजनीति को बढ़ावा देने जैसे मुद्दे शामिल रहेंगे.