राज्यसभा में सत्तापक्ष के नेता अरुण जेटली ने एक बार फिर वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अरुण जेटली को वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है. उन्होंने गुरुवार सुबह कार्यभार भी संभाल लिया.
#Delhi: Arun Jaitley holds meeting with officials, including Finance Secretary Hasmukh Adhia, at the Ministry of Finance after resuming charge as the Finance Minister. pic.twitter.com/vVS1KUTl8E
— ANI (@ANI) August 23, 2018
अरुण जेटली की अनुपस्थिति में वित्त तथा कंपनी मामलों के मंत्रालयों का प्रभार पीयूष गोयल को सौंपा गया था, जिनके पास रेल और कोयला मंत्रालय की पहले से ही ज़िम्मेदारी थी. पिछले तीन महीनों में जेटली की कई मौक़ों पर कमी महसूस की गई. राज्यसभा में उपसभापति के चुनाव के दिन जेटली वोट डालने के लिए सदन में आए थे.
आपको बता दें कि एम्स में जेटली का किडनी का प्रत्यर्पण हुआ था, जिसके बाद उन्हें आराम करने की सलाह दी गई थी. 12 मई को जेटली को एम्स में भर्ती कराया गया था. एम्स में वह लगभग एक महीने तक डायलिसिस पर रहे. 14 मई को उनका किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था, जिसके बाद से वे डॉक्टरों की निगरानी में थे.
हालांकि पिछले तीन महीने के विश्राम के दौरान जेटली ने आर्थिक, रक्षा, सामाजिक न्याय व कानून संबंधी मुद्दों पर ब्लॉग के जरिए अपनी सक्रियता जारी रखी. वहीं वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जेटली कई समूहों से लगातार संपर्क स्थापित करते रहे.