सरकार ने जन औषधि केंद्रों पर बिकने वाले सैनिटरी नैपकीन की कीमत मंगलवार को ढाई रुपये से घटाकर एक रुपये प्रति पैड कर दिया। महिला स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है। बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी नैपकिन 'सुविधा' का चार नैपकीन का पैक जन औषधि केंद्रों पर सस्ती दर पर बिक्री के लिए उपलब्ध है।
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने यहां अपने संबोधन में कहा , "मुझे लगता है कि यह देश के गरीब लोगों के लिए प्रधानमंत्री मोदी की ओर से हासिल की गई सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।"
उन्होंने कहा , "लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया था कि 100 दिनों में देश की गरीब महिलाओं को एक रुपये में सैनिटरी नैपकीन उपलब्ध कराई जाएगी। अब यह हकीकत में तब्दील हो गया है।"
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि सरकार ने आज (मंगलवार) ओक्सो-बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी नैपकिन एक रुपये में पेश किया है। सुविधा ब्रांड नाम से ये नैपकिन देशभर के 5,500 जन औपधि केंद्रों में उपलब्ध होंगे।" उन्होंने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण मोदी सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है।
मांडविया ने सोमवार को 'पीटीआई-भाषा' को साक्षात्कार में बताया, "पिछले एक साल के दौरान जन औषधि केंद्रों से करीब 2.2 करोड़ सैनिटरी नैपकीन की बिक्री की गई है। कीमतों में कमी से हम बिक्री में दोगुना उछाल की उम्मीद है। हम गुणवत्ता, किफायत मूल्य और पहुंच पर ध्यान दे रहे हैं।"
सरकार ने जन औषधि सुगम मोबाइल एप भी पेश किया है। इसकी मदद से उपयोगकर्ता नजदीकी जन औषधि केंद्रों का पता लगा सकते हैं और उस केंद्र पर कौन-कौनसी जेनेरिक दवाएं हैं, इसकी जानकारी कर सकते हैं।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।