फेसबुक के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम के को-फाउंडर केविन सिस्ट्रॉम और माइक क्रिगर ने कंपनी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. केविन सिस्ट्रॉम और माइक क्रिगर के इस्तीफे की जानकारी सबसे पहले न्यूयॉर्क टाइम्स ने सिस्ट्रॉम के ब्लॉग के हवाले से दी. फोटो और वीडियो शेयरिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम की शुरुआत 8 साल पहले केविन सिस्ट्रॉम और माइक क्रेगर ने की थी. दो साल बाद उन्होंने इंस्टाग्राम फेसबुक को बेच दिया और तब से अब तक वो दोनों ही फेसबुक में रह कर इंस्टाग्राम की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. फिलहाल इन दोनों ने ही कंपनी छोड़ने की वजह नहीं बताई है.
A message from our co-founder and CEO @kevin: https://t.co/XWhN0zZj2O
— Instagram (@instagram) September 25, 2018
गौरतलब है कि वॉट्सऐप के भी दोनों को-फाउंडर्स ने कंपनी पहले ही छोड़ दी है और अब ठीक ऐसा ही इंस्टाग्राम के साथ हुआ है. टेक क्रंच ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि फेसबुक और इंस्टाग्राम की लीडर्शिप में इस साल के शुरुआत से ही तनाव चल रहे थे. फेसबुक ने अधिग्रहण के दौरान इंस्टाग्राम को इंडिपेंडेट तौर पर काम करने की बात मानी थी, लेकिन इसमें दिक्कतें आनी शुरू हो गईं.
रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग और इंस्टाग्राम के फाउंडर सिस्ट्रॉम की बॉन्डिंग अच्छी थी, लेकिन कई बार उनकी राय अलग रहती थी. सूत्र बताते हैं किसी चीज को सही करने से पहले कई बार इनमें बहस भी हुई है. इनमें फेसबुक के साथ शेयर करने को लेकर भी मुद्दा रहा है. जकरबर्ग चाहते थे कि इंस्टाग्राम के कॉन्टेंट प्रोडक्शन को फेसबुक पर लाया जाए. लेकिन केविन को ये पसंद नहीं था और वो इसे सिर्फ इंस्टग्राम पर ही रखना चाहते थे.
फेसबुक ने इंस्टाग्राम को 2012 में 1 बिलियन डॉलर (लगभग 7,200 करोड़ रुपये) में खरीदा था. फिलहाल इसके 1 बिलियन से ज्यादा मंथली ऐक्टिव यूजर्स हैं.
'इंस्टाग्राम ब्लॉग पर दोनों फाउंडर्स ने कहा है, 'हम अपनी क्रिएटिविटी को एक बार फिर एक्सप्लोर करने के लिए कुछ समय के का वक्त ले रहे हैं. बड़ी चीज बनाने के लिए जरूरी है कि हम एक कदम पीछे जाएं. इससे ये समझ सकेंगे कि हमें क्या इंस्पायर करता है और दुनिया क्या चाहती है. यही हमारा प्लान है'
गौरतलब है कि पांच महीने पहले वॉट्सऐप के सीईओ और को-फाउंडर और फेसबुक के बोर्ड मेंबर जान कॉम ने कंपनी छोड़ दी थी. उन्होंने भी फेसबुक से विवादों की वजह से इस्तीफा दिया था. बताया जाता है कि वो फेसबुक की डेटा पॉलिसी से नाराज थे. फेसबुक ने 2014 में वॉट्सऐप को खरीदा था.