राष्ट्रपति अशरफ गनी के दौरे के ठीक बाद रविवार को पूर्वी अफगानिस्तान के नांगरहार राज्य की राजधानी जलालाबाद में सिख अल्पसंख्यकों के एक वाहन पर आत्मघाती हमलावर द्वारा बम से हमला कर देने से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई, जिनमें स्थानीय सिख व हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के 17 लोग शामिल हैं.
बताया जाता है कि मृतकों में सिख समुदाय के एक शीर्ष राजनीतिक नेता भी शामिल हैं.हमले में घायल हुए 20 लोगों में भी अधिकतर अल्पसंख्यक समुदाय के ही हैं.
यह धमाका शहर के मध्य में राज्य के गवर्नर के आवास से थोड़ी दूर स्थित एक बाजार मुखाबेरात स्कवॉयर में हुआ, जहां अधिकतर अफगानी अल्पसंख्यक सिखों व हिंदुओं की दुकानें हैं. गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्ला खोगयानी ने बताया कि बम इतना शक्तिशाली था कि धमाके में चारों तरफ की दुकानें व मकान ध्वस्त हो गए.
राज्य के पुलिस चीफ गुलाम सनायी स्तेनकजाई ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ने राष्ट्रपति से मिलने जा रहे सिख अल्पसंख्यकों के वाहन को निशाना बनाया. धमाके की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है, लेकिन जलालाबाद में पिछले कुछ सालों के दौरान इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकियों की उपस्थिति बढ़ी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में आतंकवादी हमलों की दृढ़ता से निंदा की है. उन्होंने कहा कि "यह अफगानिस्तान के बहुसांस्कृतिक सोच पर हमला है. मैं शोकग्रस्त परिवारों के साथ हूं. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ही ठीक हो जाएँ. भारत इस दुखद क्षण में अफगानिस्तान सरकार की सहायता के लिए तैयार है."
We strongly condemn the terror attacks in Afghanistan y'day. They're an attack on Afghanistan's multicultural fabric. My thoughts are with the bereaved families. I pray that the injured recover soon. India stands ready to assist Afghanistan govt in this sad hour, tweets PM Modi pic.twitter.com/oJNuF83KnG
— ANI (@ANI) July 2, 2018