सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरREUTERS/Carlos Barria

अमेरिका के ह्यूस्टन में होने वाली मेगा रैली 'हाउडी मोदी' के बाद व्यापारिक संबंधों को लेकर दोनों देशों के बीच कोई बड़ा फैसला हो सकता है। भारत तथा वॉशिंगटन के बीच हाल में कारोबार के क्षेत्र में आई तल्खियों को दूर करने के लिए मोदी तथा ट्रंप बड़ा कदम उठा सकते हैं।

दरअसल, अमेरिका तथा भारत के बीच एक सीमित व्यापार समझौते को लेकर वार्ता चल रही है, जिसपर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर के अंत में हस्ताक्षर कर सकते हैं।

मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह जानकारी दी है। इससे पहले ट्रंप ने चीन के साथ एक समझौता करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, जिसके साथ उसका लंबे समय से ट्रंड वॉर चल रहा है। ट्रंप अगले सप्ताह जापन के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ भी एक समझौता कर सकते हैं, जिससे जापानी उत्पादों पर शुल्क कम होगा।

सूत्रों का कहना है कि भारत के साथ जिस समझौते को लेकर चर्चा चल रही है, उससे कुछ अमेरकी उत्पादों पर शुल्क कम होगा और कुछ भारतीय उत्पादों को अमेरिका में निर्यात पर तरजीही व्यवस्था फिर से बहाल होगी। ट्रंप तथा मोदी रविवार को ह्यूस्टन में एक इंडियन-अमेरिकन रैली 'हाउडी मोदी!' में मुलाकात करेंगे।

ट्रंप ने भारत से अमेरिका की शीर्ष कंपनियों के लिए एक बेहतर व्यापार शर्त की मांग की है और उन्होंने पिछले समझौतों से अमेरिका के मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में लाखों नौकरियों के खत्म होने का आरोप लगाया था।

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अमेरिका तथा भारत के कारोबारी रिश्तों में काफी समय से तल्खी बनी हुई है। अमेरिका ने भारत पर बार-बार भारी टैरिफ लगाने का आरोप लगाया है। हालांकि, अमेरिका के कारोबारी प्रतिनिधि ने यूएस-इंडिया के बीच वार्ता पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

अमेरिका का भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार पिछले साल 142 अरब डॉलर का रहा, जो उसके चीन के साथ कुल 737 अरब डॉलर के व्यापार का एक छोटा सा हिस्सा है।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी रॉयटर्स द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।