सुनंदा पुष्कर मामले में कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर आत्महत्या के लिए उकसाने आरोप लगाया गया है
सुनंदा पुष्कर मामले में कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर आत्महत्या के लिए उकसाने आरोप लगाया गया हैरायटर्स

दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में उनके खिलाफ आत्महत्या के लिये प्रेरित करने का आरोप लगाते हुए आरोपपत्र दायर किया है. थरूर के खिलाफ आरोपपत्र दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत के मेट्रोपाॅलिटन मजिस्ट्रेट धर्मेंद्र सिंह के सम्मुख दायर किया गया.

आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिये प्रेरित करना) और 498-ए (पति या उसके किसी रिश्तेदार द्वारा क्रूरता करना) के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया है. इससे पहले थरूर के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी. जांचकर्ता अब इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि सुनंदा पुष्कर की मौत का मामला आत्महत्या का था न कि हत्या का.

न्यूज 18 के अनुसार, आरोपपत्र में कहा गया है कि हो सकता है कि वैवाहिक मतभेदों के चलते सुनंदा ने अपनी जान लेने का फैसला किया हो. इस मामले की अगली सुनवाई 24 मई को होने की संभावना है.

आरोपपत्र के दाखिल होने के तुरंत बाद थरूर ने इस मामले को लेकर टिवटर पर अपनी राय जाहिर की.

थरूर ने ट्वीट किया, ''मैंने इस बकवास आरोपपत्र के दाखिल होने का संज्ञान लिया है और मैं इसका दृढ़ता के साथ सामना करूंगा. कोई नहीं जानता था कि सुनंदा को ऐसा लगता है कि वे आत्महत्या कर सकती हैं, मेरे द्वारा मजबूर किये जाने की तो बात ही अलग है. क्या जांच के 4 से भी अधिक वर्षों के बाद यह निष्कर्ष है.''

उन्होंने आगे जोड़ा, ''यह दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली को दर्शाता है. अक्टूबर 2017 में कानून अधिकारी ने दिल्ली उच्च न्यायालय के सामने बयान दिया था कि उन्हें किसी के भी खिलाफ कुछ नहीं मिला है और अब 6 महीने बाद से मुझपर आत्महत्या के लिये मजबूर करने का आरोप लगा रहे हैं. अविश्वसनीय!''

जिस दिन सुनंदा पुष्कर की मौत हुई
पुष्कर 17 जनवरी 2014 को दिल्ली के एक प्रमुख पांच सितारा होटल के एक कमरे में मृत पाई गई थीं. प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार उनकी मौत के बारे में सबसे पहले थरूर को पता चला और उन्होंने दिल्ली पुलिस को इसकी सूचना दी.

उनके शरीर को तुरंत पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया. प्रारंभिक जांचों से ऐसा लगा कि शायद उन्होंने खुद की जान ली हो. हालांकि उनके शरीर पर चोट के कुछ निशान भी थे जिससे अधिकारियों को ऐसा लगा कि हो सकता है उन्होंने आत्महत्या न की हो.

इसके बाद आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने संकेत दिये कि हो सकता है उनकी मौत दवाओं की ओवरडोजिंग के चलते हुई हो. जांचकर्ताओं ने यह सुनिश्चित करने में काफी समय लिया कि उनकी मौत का कारण हत्या है या आत्महत्या.

इन सभी जांच रिर्पोटों के आधार पर दिल्ली पुलिस ने पुष्कर की मौत के मामले में हत्या क मामला दर्ज किया था और आरोपी के रूप में किसी का नाम नहीं लिया था.