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संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ आंदोलन के दौरान उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में भी उपद्रव हुआ। हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए एक पुलिस अधिकारी ने केला बेचने वाले का भेष धारण करके जरूरी जानकारी जुटाई। पुलिस का मिशन कामयाब रहा और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक, फिरोजाबाद पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ उपद्रवी आगरा के मण्टोला इलाके में छिपे हुए हैं। इसके बाद पुलिस ने दरोगा संजीव तोमर को केले बेचने वाला बनाकर भेजा। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, संजीव तोमर सादे कपड़ों में ठेला लेकर केले बेचने के लिए वहां पहुंच गए।

बताते चलें कि बीते शुक्रवार को पुलिस और भीड़ के बीच भिड़ंत हो गई थी। प्रदर्शनकारियों ने कम से कम छह गाड़ियों को आग लगा दी थी, जिसमें कुछ गाड़ियां पुलिस की भी थी। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले बरसाए। पूरे घटनाक्रम में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। घटना के बाद ही हिंसा में शामिल कई लोग फिरोजाबाद छोड़कर आगरा में जा छिपे थे।

दरोगा संजीव तोमर ने केले वाले का भेष धारण किया और केला बेचने बैठ गए। लोगों को लुभाने के लिए उन्होंने सस्ते में केले बेचे और आरोपियों के बारे में जानकारी जुटा ली। मंटोला के थाना प्रभारी जीतेंद्र कुमार के अनुसार मिशन कामयाब रहा। पुलिस के अनुसार उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.