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ANI Screenshot

दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन से पहले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के हंगामे का मामला अब तूल पकड़ा दिखा रहा है. इस प्रकरण में अब एक और वीडियो सामने आया है जिसमें आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान सांसद मनोज तिवारी को स्टेज से नीचे धक्का देते हुए दिख रहे हैं.

गौरतलब है कि मनोज तिवारी ने सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन से पहले अपने साथ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा बदसलूकी करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि 'आप' के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ गाली-गलौच और धक्का मुक्की की .हालांकि मनोज तिवारी के इस बयान के बाद 'आप' के नेता दीलीप पांड ने मनोज तिवारी के सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा था कि बदसलूकी और धक्का मुक्की 'आप' के कार्यकर्ताओं ने नहीं बल्कि बीजेपी के लोगों ने किया है.

इससे पहले कल शाम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन किया. इस मौके पर उनके साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और दिल्ली सरकार के अन्य मंत्री व विधायक भी मौजूद थे. सीएम द्वारा उद्घाटन से पहले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने जमकर बवाल काटा. उन्होंने इस दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा खुदपर हमले की बात कही.

मनोज तिवारी का आरोप है कि जब वह उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान स्टेज के पास पहुंचे तो उनके खिलाफ पहले आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और बाद में उनके साथ बदसलूकी की. खास बात यह है कि दिल्ली सरकार की तरफ से उन्हें उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए न्यौता नहीं दिया गया था.

ध्यान हो कि मनोज तिवारी ने कुछ दिन पहले कहा था कि सिग्नेचर ब्रिज का इतिहास बहुत पुराना है 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ तत्कालीन विधायक साहब सिंह चैहान के निमंत्रण पर ब्रिज बनाने को लेकर चर्चा की गई. उस समय 265 करोड़ रुपये की लागत से इसे बनाने की योजना तैयार की गई थी लेकिन 2004 में सत्ता परिवर्तन के साथ दिल्ली की मुख्यमंत्री और केन्द्र सरकार में तालमेल की कमी के कारण इस ब्रिज का बजट बढ़कर 400 करोड़ रूपये हो गया.