दो वर्ष बाद हुए एक बेहद विस्फोटक रहस्योदघाटन भारत द्वारा 2016 में पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में हुई सर्जिकल स्ट्राइक्स का वीडियो सामने आया है. यह वीडियो न सिर्फ यह साबित करता है कि सेना ने वास्तव में इस अभियान को अंजाम दिया था बल्कि यह हमारी सेना की काबिलियत को भी प्रदर्शित करता है.

भारतीय सेना द्वारा सीमा पार चलाया गया यह विशेष अभियान करीब चार घंटे लंबा बेहद गोपनीय आॅपरेशन था जिसे 18 जवानों की जान लेने वाले सितंबर 2016 के उरी हमले के बाद अंजाम दिया गया था. 38 आतंकवादियों और 2 पाकिस्तानी सैनिकों की जान लेने वाले इस सर्जिकल स्ट्राइक में कई कमांडो और चाॅपर शामिल थे. इस पूरे अभियान में भारत की ओर से किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं थी.

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरविकिमीडिया कॉमन्स

टाईम्स नाउ द्वारा बुधवार, 27 जून को जारी किया गया वीडियो यूएवी पर कैप्चर किया गया है और इसमें भारतीय सैनिकों को एक के बाद एक अपने लक्ष्यों को नेस्तनाबूद करते हुए स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. इस वीडियो में भारतीय जमीन पर कुछ आतंकियों को भी देखा जा सकता है और सूत्रों ने चैनल को बताया कि उस रात हुई इस स्ट्राइक में करीब 35-70 के बीच आतंकवादी हलाक हुए थे.

इस यूएवी वीडियो में आठ ऐसे लक्ष्यों को दिखाया गया है जिन्हें जिन्हें भारतीय सैनिकों ने मैप किया था और इनमें से प्रत्येक को स्ट्राइक में नेस्तनाबूद होते हुए देखा जा सकता है.

हालांकि समाज के अधिकतर वर्गो ने इन सर्जिकल स्ट्राइक की खुलकर प्रशंसा की थी लेकिन कई ऐसे भी लोग थे जिन्होंने इनपर सवालिया निशान लगाए थे और इन्हें बीजेपी सरकार द्वारा पेश किये गए एक झूठ के रूप में प्रचारित किया था. अब जब इस पूरे अभियान के वीडियो देश-दुनिया के सामने आ गए हैं, तो क्या कांग्रेस समेत इनपर संदेह करने वाले सभी लोग सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की जहमत उठाएंगे?

सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बात करते हुए, नाॅर्दन आर्मी के पूर्व कमांडर ले. जनरल डीएस हूडा (सेनि) ने टाईम्स नाउ से कहा, ''जब किसी ने इनपर सवालिया निशान लगाया तो बहुत दुख हुआ. हम झूठ नहीं बोलते, हम ईमानदार हैं.''