-
INDRANIL MUKHERJEE/AFP/Getty Images

बुधवार को आईसीसी विश्व कप-2019 के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हार के साथ ही टीम इंडिया का तीसरी बार विश्व विजेता बनने का सपना चूर-चूर हो गया। इस हैरान करने वाली हार के बाद सचिन ने महेंद्र सिंह धोनी और रविंद्र जडेजा के जुझारूपन की सराहना की लेकिन साथ ही कहा कि भारतीय बल्लेबाजी नतीजे के लिए हमेशा अपने शीर्ष क्रम पर निर्भर नहीं रह सकती। मास्टर ब्लास्टर ने न केवल धोनी का समर्थन किया है, बल्कि विराट और रोहित के अलावा अन्य खिलाड़ियों को अपना रोल समझने की नसीहत भी दी है। 

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, हार से निराश दिख रहे तेंदुलकर ने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों ने 240 रन के लक्ष्य को काफी बड़ा बना दिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 रन की हार के साथ भारत विश्व कप से बाहर हो गया।

तेंदुलकर ने कहा, 'मैं निराश हूं, क्योंकि हमें बिना किसी संदेह के 240 रन का लक्ष्य हासिल करना चाहिए था। यह बड़ा स्कोर नहीं था। हां, न्यूजीलैंड ने शुरुआत में ही तीन विकेट चटकाकर स्वप्निल शुरुआत की।' 

इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, 'लेकिन मुझे लगता है कि हमें अच्छी शुरुआत के लिए हमेशा रोहित शर्मा या ठोस आधार तैयार करने के लिए विराट कोहली पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। उनके साथ खेल रहे खिलाड़ियों को भी अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी।' 

भारतीय गेंदबाजों ने न्यू जीलैंड को आठ विकेट पर 239 रन पर रोक दिया था जिसके बाद टूर्नमेंट में पहली बार भारत का प्रतिष्ठित शीर्ष क्रम नाकाम रहा और विराट कोहली की टीम 49.3 ओवर में 221 रन पर आउट हो गई। भारतीय टीम एक समय 92 रन पर छह विकेट गंवाने के बाद करारी हार की ओर बढ़ रही थी लेकिन धोनी (50) और जडेजा (77) ने सातवें विकेट के लिए 116 रन जोड़कर टीम को मुकाबले में बनाए रखा। 

तेंदुलकर ने कहा, 'यह सही नहीं है कि हर बार धोनी से मैच को फिनिश करने की उम्मीद की जाए। वह बार बार ऐसा करता आया है।' 

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।