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पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने रविवार को दावा किया कि उन्होंने उस समय विराट कोहली को टीम में लाने में अहम भूमिका निभाई जब तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच गैरी क्रिर्स्टन ने 'उनके बारे में सुना' भी नहीं था। 

वेंगसरकर ने एक किताब के विमोचन के मौके पर कहा, 'सही बताऊं तो जब मैंने विराट को टीम के लिए चुना तो वह ऑस्ट्रेलिया में इमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नमेंट खेल रहे थे और मैं सिलेक्शन कमिटी का अध्यक्ष था।' पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, 'मैं ऑस्ट्रेलिया मैच देखने गया था और कोहली ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था।' 

भारत के लिए 116 टेस्ट खेलने वाले वेंगसरकर ने यह भी कहा कि तमिलनाडु के बल्लेबाज एस. बद्रीनाथ को उनके लिए जगह बनानी पड़ी। 

वेंगसरकर ने कहा, 'महेंद्र सिंह धोनी तब टीम के कप्तान थे और गैरी क्रिर्स्टन टीम इंडिया के कोच थे- उन्होंने कोहली के बारे में सुना ही नहीं था। उन्होंने कहा कि अभी कोहली को नहीं चुनना चाहिए और उसे कुछ मैच खेलने देना चाहिए। और मैं इस बात पर जोर दे रहा था कि कोहली को टीम में जरूर चुनना चाहिए। इसके बाद उन्हें एस. बद्रीनाथ को टीम में चुनना चाहिए।' 

कोहली, ने 18 अगस्त 2008 को श्री लंका के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने करियर में अब कई उपलब्धियां हासिल की हैं। अब वह 30 मई से इंग्लैंड और वेल्स में होने वाले वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की अगुआई करेंगे। 

लॉर्ड्स में तीन शतक लगाने वाले पूर्व कप्तान ने यह भी कहा कि उन्होंने ही सचिन तेंडुलकर को मुंबई की रणजी टीम में चुना था। 

उन्होंने कहा, 'जब मैं बॉम्बे (अब मुंबई) टीम का कप्तान था। सब उन्हें टीम में चुनने के पक्ष में नहीं थे। लोगों का कहना था कि वह उनकी उम्र बहुत कम है लेकिन मैंने जोर देकर कहा कि सचिन को टीम में चुना जाना चाहिए।'