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फ्यूजिटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर्स ऑर्डिनेंस के अस्तित्व में आने के कुछ ही दिनों बाद नौ हजार करोड़ रुपये के कथित बैंक धोखाधड़ी मामले के मुख्य आरोपी शराब कारोबारी विजय माल्या के भारत लौटने की संभावना बढ़ गई है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक अफसर की मानें तो माल्या ने स्वदेश लौटने के संकेत दिए हैं.

जांच एजेंसी को ऐसी खुफिया सूचना मिली है कि विजय माल्या ने भारत लौटने के संकेत दिए हैं. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय पहले ही मुंबई कोर्ट के समक्ष एक अपील दायर कर विजय माल्य को भगोड़ा घोषित करने का अनुरोध चुका है.

मुंबई स्थित विशेष पीएमएलए अदालत ने पिछले महीने ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की याचिका पर माल्या को समन जारी किया था. अदालत ने माल्या को 27 अगस्त को उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं. जानकारों के मुताबिक, यदि माल्या 27 अगस्त को कोर्ट के समक्ष उपस्थित नहीं होता है या अदालती समन पर जवाब नहीं देता है तो उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जा सकता है। इसके अलावा उससे जुड़ी संपत्तियां जब्त की जा सकती हैं.

विजय माल्या ने भारत लौटने के संकेत ऐसे समय दिए हैं, जब उसके प्रत्यर्पण को लेकर लंदन की एक अदालत में कुछ ही दिन बाद अंतिम सुनवाई होने वाली है. माल्या को ब्रिटेन से भारत को सौंपने के मुद्दे पर लंदन की एक अदालत में 31 जुलाई को बहस होनी है.

गौरतलब है कि फ्यूजिटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर्स ऑर्डिनेंस के पारित होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय को ऐसे आरोपियों की न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में स्थित संपत्ति को भी जब्त करने का अधिकार मिल गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक माल्या के पास 12,500 करोड़ रुपये की संपत्ति है.

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माना जा रहा है कि यदि विजय माल्या भारत लौट आया और कानूनी कार्रवाई का सामना करता है तो इससे मोदी सरकार को फायदा मिलेगा. माल्या ऐसा पहला शख्स है जिसके खिलाफ संसद में पारित नए अध्यादेश के बाद कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई है.

गौरतलब है कि माल्या पर भारतीय बैंकों के साथ कर्ज में 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग का आरोप है और वह अपने को भारत को सौंपे जाने की भारतीय एजेंसियों की ओर से दाखिल अर्जी का विरोध करा है. फिलहाल 9 हजार करोड़ रुपये के कर्जदार माल्या पिछले 2 साल से लंदन में स्वनिर्वासित रह रहा है.