सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीररायटर्स

मंगलवार 15 मई को उत्तर प्रदेश के वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन के निकट एक निर्माणाधीन पुल के एक हिस्से के गिरने से उसके नीचे दबकर कम से कम 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 50 से भी अधिक लोग मलबे में दब गए. हादसे के बाद एनडीआरएफ की सात टीमों ने मौके पर राहत और बचाव के कामों की अगुवाई की.

जिले के अधिकारियों ने कहा कि मलबे के ढेर के नीचे कई गाड़ियों के दबे होने के चलते हताहतों की संख्या में इजाफा हो सकता है.

खबरों के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इस पुल का निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम द्वारा किया जा रहा था. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के आश्रितों को पांच लाख और इस हादसे में गंभीर घायलों को 2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है.

इसके अलावा आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिये एक तीन सदस्यीय समिति का भी गठन किया है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ''मुख्यमंत्री ने इस हादसे पर दुख जताया है और जिला प्रशासन को राहत और बचाव के कार्यों में तेजी लाने को कहा है.''

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे में लोगों की जान जाने पर शोक प्रकट किया है. मोदी ने ट्वीट किया, ''वाराणसी में एक निर्माणाधीन पुल के गिरने से हुई मौतों के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की प्रार्थना करता हूं. अधिकारियों से बात कर उन्हें प्रभावितों की हर संभव सहायता करने के लिये कहा.''