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Reuters

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सोमवार को अपनी 42वीं आम सभा में कई सारी घोषणाएं की थीं जिनका असर आज यानी मंगलवार को शेयर बाजार के खुलने पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर पर देखने को मिला और यह करीब 100 रुपये से भी ज्यादा की तेजी के साथ खुला। हालांकि यह बढ़त बाद में तेजी बढ़कर और भी ज्यादा हो गई। आज सुबह से इसमें एक समय तो 11 फीसदी तक की तेजी दर्ज की गई।

हालांकि, रिलायंस के शेयरों में तेजी के बीच दूसरी टेलिकॉम कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। भारती एयरटेल के शेयर 4 फीसदी टूटे तो वोडाफोन आइडिया के शेयर 5 फीसदी लुढ़के।

चेयरमैन मुकेश अंबानी द्वारा कंपनी को 18 महीनों में कर्जमुक्त बनाने के प्लान की घोषणा के बाद निवेशकों ने आरआईएल के शेयरों की खूब खरीददारी की। कंपनी के शेयरों ने मंगलवार को एक दशक में 'इंट्रा डे' की सबसे बड़ी छलांग लगाई।

रिलायंस के शेयरों में 12 फीसदी तक तेजी आई, जो 14 जनवरी 2009 के बाद एक दिन में सबसे लंबी छलांग है। उछाल के साथ एक शेयर की कीमत 1302.50 रुपये तक पहुंच गई। इस तेजी की वजह से कंपनी एक बार फिर भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने के बेहद करीब पहुंच गई है। अभी यह टीसीएस से करीब 1 अरब डॉलर पीछे है।

रिलायंस का शेयर जैसे ही 1295 रुपये के स्तर पर पहुंचा इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर 8.20 लाख करोड़ रुपये हो गया। वहीं शुक्रवार को यह 7.36 लाख करोड़ रुपये था। इस प्रकार आज निवेशकों को करीब 90 हजार करोड़ रुपये का लाभ हुआ है।

जानकारों के अनुसार रिलायंस अगले 18 महीने में कर्ज मुक्त कंपनी बन जाएगी, जिस पर अभी करीब 1.70 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। एजीएम में मुकेश अंबानी ने साफ साफ कहा है कि कर्ज मुक्त होने के अलावा कंपनी आयल एंड केमिकल कारोबार में सऊदी की कंपनी अरामको का निवेश लाएगी। इसके अलावा पेट्रो रिटेल कारोबार में ब्रिटेन की बीपी को हिस्सेदारी बेची जाएगी।

रिलायंस समूह के ऊपर फिलहाल 2,88,243 करोड़ रुपये का कर्ज है। ब्रांडबैंड सेवा 'जियो फाइबर के साथ मुफ्त एचडी टीवी और रिलीज के दिन ही फिल्म देखने की पेशकश ने भी निवेशकों का ध्यान खींचा है।

इन घोषणाओं का आज शेयर पर असर दिखा है। जानकारों का मानना है कि इन घोषणाओं से रिलायंस की रि रेटिंग हो सकती है।

वहीं एयरेटल का शेयर आज करीब 4 फीसदी गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। एयरटेल का शेयर आज गिरावट के साथ ही 352 रुपये पर आ गया। शुक्रवार को शेयर 371.25 रुपये के रेट पर बंद हुआ था। वहीं 352 रुपये के भाव पर आने के साथ ही एयरटेल का मार्केट कैप घटकर 1.80 लाख करोड़ रुपये हो गई है। वहीं शुक्रवार को यह मार्केट कैप 1.90 लाख करोड़ रुपये थी। इस प्रकार निवेशकों को करीब 10 हजार करोड़ रुपया डूब गया है।