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लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद कांग्रेस की करारी हार को देखते हुए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से मुखातिब हुए और इन चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली। राहुल गांधी ने मीडिया से कहा, 'यह दो विचारधाराओं की लड़ाई है। हम दो अलग-अलग सोच हैं, लेकिन यह मानना पड़ेगा कि इस इलेक्शन में नरेंद्र मोदी और बीजेपी जीते हैं। मैं उन्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूं।'

यही नहीं नतीजे के ऐलान से पहले ही उन्होंने अपने परंपरागत गढ़ अमेठी में हार को स्वीकार करते हुए स्मृति इरानी को जीत की बधाई दी।

इसके साथ ही राहुल गांधी ने नतीजों को लेकर किसी तरह का सवाल उठाने से इनकार करते हुए कहा, 'मैं देश के लोगों के निर्णय पर किसी तरह का सवाल नहीं उठाना चाहता और मैं जनादेश का पूरा सम्मान करता हूं।' बेरोजगारी और इकॉनमी जैसे मुद्दों को तरजीह देने को गलती के सवाल पर राहुल ने कहा कि आज मैं यह नहीं कहना चाहता हूं। यह इस बात का समय नहीं है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने हार की जिम्मेदारी को लेकर सवाल पूछा तो राहुल ने कहा कि इसकी शत-प्रतिशत जिम्मेदारी मैं लेता हूं। राहुल ने कांग्रेस की राजनीति को पॉजिटिव करार देते हुए कहा कि बहुत लंबा कैंपेन था और मैंने एक लाइन रखी थी कि मेरे ऊपर जो भी गलत शब्द इस्तेमाल किए जाएं, मैं प्यार से जवाब दूंगा। चाहे कुछ भी हो जाए, मैं जवाब में प्यार से ही बोलूंगा।

राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्कर्स का हौसला बढ़ाते हुए कहा, 'बहुत लंबा कैंपेन था और मैंने एक लाइन रखी थी कि मेरे ऊपर जो भी गलत शब्द इस्तेमाल किए जाएं, मैं प्यार से जवाब दूंगा। चाहे कुछ भी हो जाए, मैं जवाब में प्यार से ही बोलूंगा।'