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आगामी दो महीनों में जहां देश को पहला राफेल मिलने वाला है, वहीं इसके होम बेस बनने जा रहे हरियाणा के अंबाला में पक्षी विमानों के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। भारतीय वायु सेना लड़ाकू विमानों की कबूतरों से सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित है जो कि इसके फ्रंटलाइन एयरबेस के इर्द-गिर्द उड़ते रहते हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई ने आईएएफ के एक सूत्र के हवाले से कहा, "हाल के दिनों में कुछ स्थानीय लोग अपने घरों में कबूतर पाल रहे हैं। ये घर आईएएफ हवाईपट्टी के बहुत करीब हैं। इन पक्षियों की वजह से हमारे लड़ाकू विमानों को खतरा है।"

आईएएफ अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन से इस बारे में शिकायत दर्ज कराई है क्योंकि एयरबेस के आसपास कबूतरों बहुत बढ़ गए हैं। कुछ दिनों पहले जगुआर विमान के साथ हुई घटना के दौरान, ऐसा लगा कि ये पक्षी विमान के तेज आवाज से नहीं डरते हैं और एक पक्षी सीधे विमान के इंजन से जा टकराया।

हाल के समय में जैगवार लड़ाकू विमान के साथ एक घटना हुई। ऐसा लग रहा था कि कबूतरों को जैगवार की तेज आवाज से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। लैंडिंग के दौरान कबूतर प्लेन की इंजन से टकराकर मर गया।

उल्लेखनीय है कि सितंबर में पहले राफेल के आने के बाद मई 2020 से अंबाला एयर बेस में इसे शामिल किया जाएगा। वायु सेना सूत्रों ने बताया कि कबूतरों के खतरे को गंभीरता से लिया जा रहा है और सेना चाहती है कि एयरफील्ड के आसपास स्थानीय लोग कबूतर न पालें।

बता दें कि हाल ही में वायु सेना ने 48 सेकंड का एक विडियो जारी किया था। इस विडियो में जैगवार के पायलट की सूझबूझ की तारीफ की गई थी कि उन्होंने कैसे पक्षियों से टकराने के बाद भी न सिर्फ जेट को बचाया बल्कि स्थानीय लोगों की जिंदगी भी बचाई।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।