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भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने गुरुवार को फ्रांस में जल्द भारत आने वाले लड़ाकू विमान राफेल में उड़ान भरी। उड़ान के बाद एयर मार्शल भदौरिया ने कहा कि राफेल विमान भारत के लिए रणनीतिक तौर पर बेहद अहम साबित होगा। उन्होंने कहा कि एक बार इस विमान के वायुसेना में शामिल होते ही राफेल और सुखोई की जोड़ी किसी तनाव के समय दुश्मन को परेशान करने के लिए काफी होगी।

एयर मार्शल भदौरिया ने उड़ान के बाद कहा, 'राफेल में उड़ान भरना काफी सुखद अनुभव था। यहां से हमें काफी कुछ सीखने को मिला है कि कैसे वायुसेना के बेड़े में शामिल होने के बाद हम राफेल का बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा हम देखेंगे कि हमारे बेड़े के अहम हिस्से सुखोई-30 के साथ इसकी क्या उपयोगिता होगी।'

उन्होंने आगे कहा कि एक बार ये दोनों फाइटर जेट एक साथ ऑपरेट करना शुरू कर दें, उसके बाद पाकिस्तान 27 फरवरी जैसी हरकत दोबारा नहीं कर पाएगा। ये दोनों विमान मिलकर पाकिस्तान का काफी नुकसान करने में सक्षम हैं।

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उन्होंने आगे कहा, 'राफेल में जिस तरह की तकनीक और हथियारों का इस्तेमाल किया गया है, वे भारत के लिए प्लानिंग के नजरिए से एक गेम चेंजर साबित होंगे। हम जिस तरह के आक्रामक मिशनों और आने वाले समय में युद्ध के लिए प्लानिंग करना चाहते हैं, उसके हिसाब से ये तकनीक और हथियार बिल्कुल उपयुक्त हैं।'

बता दें कि भारत और फ्रांस के बीच 23 सितंबर 2016 को 36 राफेल विमान खरीदने की डील साइन हुई थी। अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि भारत फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदेगा। हालांकि इससे पहले कांग्रेस शासन ने भी फ्रांस से राफेल विमान को लेकर एक डील थी, लेकिन उस डील को रद्द करके यह नई डील की गई है। हालांकि कांग्रेस इस डील को महंगा बताते हुए बीजेपी पर लगातार हमले करती रही है।

कांग्रेस ने कई मौकों पर इस डील को यूपीए सरकार के समय हुई डील से दोगुना महंगा बताते हुए इसे मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी बताया है।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।