Getty Images

दिल्ली के मंडावली में कुपोषण और भुखमरी से तीन बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. घटना मंगलवार की है. बुधवार को डॉक्टरों ने इसकी पुष्टि की है कि तीनों बच्चों की मौत महीनों के कुपोषण, भुखमरी और उपेक्षा की वज़ह से ही हुई है.

ख़बरों के मुताबिक जब इन बच्चों को मंगलवार के दिन अस्पताल लाया गया तो उसके 18 घंटे पहले ही इनकी मौत हो चुकी थी. तीनों बच्चों के पिता मंगल दिल्ली के मधु विहार में रिक्शा चलाते हैं. उनका रिक्शा कुछ हफ़्ते पहले चोरी हो गया. इसके बाद वे काम की तलाश में घर से बाहर से कहीं चले गए. उनसे संपर्क नहीं हो सका क्योंकि उनके पास कोई मोबाइल वगैरह नहीं है. बच्चों की मां बीना दिमागी तौर पर संतुलित नहीं हैं. इसलिए वह भी बच्चों की देखभाल नहीं कर सकीं.

ख़बर की मानें तो भुखमरी से जान गवांने वाले तीन बच्चों में एक तो दो साल का ही था. बाकी दोनों भी आठ और चार साल के थे जिन्होंने पेट भरने के लिए कुछ दिनों भीख मांगने की भी कोशिश की. लेकिन ज़्यादा मदद नहीं मिली क्योंकि पश्चिम बंगाल के मिदनापुर का यह परिवार कुछ दिनों पहले ही दिल्ली के इस इलाके में आकर ठहरा था. अंत में उनकी जीवनलीला ख़त्म हो गई.

दिल्ली के लालबहादुर शास्त्री अस्पताल की डॉक्टर अमिता सक्सेना ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में इन बच्चों की कुपोषण और भुखमरी से मौत होने की पुष्टि की है. उनके मुताबिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह बात एकदम साफ हो गई है. हालांकि पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त पंकज सिंह का कहना है कि इन बच्चों की मौत के कारण पर दूसरे डॉक्टरों की भी राय ली जा रही है. इसके लिए अन्य अस्पताल के डॉक्टरों का पैनल बना दिया गया है.