हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर फूल बरसाते मेरठ जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, मेरठ की कमिश्नर अनीता मेश्राम और अन्य पुलिस अधिकारीANI

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर फूल बरसाने के लिए 14 लाख रुपए खर्च कर दिए. सबसे रोचक बात यह है कि सरकार ने यह हेलीकॉप्टर कांवड़ यात्रा पर निगरानी करने के उद्देश्य से किराए पर लिया था.

अमर उजाला की खबर के मुताबिक उनके पास प्रदेश सरकार गृह विभाग से जारी 5 अगस्त की वह चिठ्ठी भी है, जिसमें 7 से 9 अगस्त के बीच मेरठ और उसके आसपास के जिलों में कांवड़ियों पर निगरानी रखने के लिए हेलीकॉप्टर किराए पर लिया गया था. अखबार द्वारा प्रकाशित किये गए उक्त आदेश के मुताबिक, सरकार ने यह हेलीकॉप्टर एयर चार्टर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से किराए पर लिया था और सरकार द्वारा इस हेलीकॉप्टर के लिए 14.31 लाख रुपए का किराया चुकाया गया.

पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया और विभिन्न समाचार चैनलों पर पर प्रसारित हो रहीं तस्वीरों और वीडियो में मेरठ जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, मेरठ की कमिश्नर अनीता मेश्राम और कुछ पुलिस अधिकारी कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाते नजर आ रहे हैं. हालांकि गृह विभाग से जारी आदेश के मुताबिक अधिकारियों को फूल बरसाने का कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया था.

हालांकि हेलीकॉप्टर से फूल बरसाने की खबर के सुर्ख़ियों में आने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने अधिकारियों का पक्ष लेते हुए बयान जारी किया था कि फूल बरसाना देश की संस्कृति है और स्वागत करने का एक तरीका है. यह एक संकेत है कि सरकार और प्रशासन कांवड़ यात्रियों का स्वागत कर रहा है. प्रशासन ने इसे केवल एक प्रतीकात्मक संकेत बताया था. पुलिस प्रशासन ने अपने बयान में कहा था कि पुलिस यह संदेश देना चाह रही है कि वे एक सहायक के रूप में कार्य कर रहे थे, न कि कांवड़ यात्रा पर नियंत्रण कर रही है. फूल बरसाने से किसी प्रकार के नियमों का उल्लंघन नहीं होता.

अमर उजाला के मुताबिक, प्रदेश गृह विभाग ने 27 जुलाई को अपने आदेश में कहा था कि मेरठ रेंज में 4 से 9 अगस्त तक कांवड़ यात्रा पर निगरानी रखने के लिए हेलीकॉप्टर से निगरानी रखी जायेगी. कांवड़ यात्रा पर हवाई निगरानी करने का काम पहली बार किया गया था. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 जुलाई की समीक्षा बैठक के दौरान हवाई निगरानी के आदेश जारी किए थे.