उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फाइल फोटो
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फाइल फोटोReuters

कोरोनोवायरस के बढ़ते प्रकोप और लॉकडाउन को बढाए जाने की अटकलों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सूबे के 15 जिलों के सर्वाधिक प्रभावित हिस्सों को सील कर दिया है। ये जिले बुधवार रात 12 बजे से 13 अप्रैल तक के लिए सील किए गए हैं। प्रदेश सरकार 13 अप्रैल को स्थिति की समीक्षा करेगी, उसके बाद आगे का फैसला लिया जाएगा।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यूपी की योगी सरकार ने आगरा, शामली, मेरठ, बरेली, कानपुर, वाराणसी, लखनऊ, बस्ती, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, महाराजगंज, सीतापुर, बुलंदशहर, फिरोजाबाद और नोएडा को पूरी तरह से सील करने का फैसला किया है। यूपी के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी ने इसकी पुष्टि की है।

मिली जानकारी के मुताबिक, इन 15 जगहों पर कोई भी दुकान नहीं खुलेंगी और समानों की होम डिलिवरी होगी। सिर्फ कर्फ्यू पास वालों को आने-जाने की इजाजत होगी। इसी के साथ यह भी आदेश‌ दिया गया है कि 30 अप्रैल तक कोई भी बिना मास्क लगाए अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकेगा।  इसके अलावा लोगों को राहत देने के लिए आदेश दिया गया है कि लोन आदि के मामले में 31 मई तक कोई बैंक किसी किसान को नोटिस जारी नहीं करेगा।

मुख्य सचिव आरके तिवारी ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि इन 15 जिलों में कोविड-19 संक्रमण का लोड ज्यादा है। इन जिलों के चिन्हित इलाकों को पूरी तरह सील किया जाएगा। इस दौरान यहां किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। सभी लोगों को उनके घर पर ही जरूरी चीजें मुहैया करवाई जाएंगी। सभी प्रतिष्ठान भी बंद रहेंगे। अगर कोई ऑफिस या फैक्ट्री जा रहा है तो निजी वाहन की जगह गाड़ी पूल करके जाएं। उन्होंने बताया कि कम्युनिटी स्प्रेड न हो इसलिए ये निर्णय लिया गया है।

उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस के 350 मामले सामने आ चुके हैं। इससे चार मौतें भी हुई हैं। पूरे देश में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 162 तक पहुंच गया है। पीटीआई के मुताबिक इसकी चपेट में आने वालों की संख्या पांच हजार को पार (5192) कर गई है। पिछले 24 घंटे के दौरान अलग-अलग राज्यों में कोरोना वायरस के 500 से भी ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।