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आईपीएस अजय पाल शर्माTwitter / @IPSAjayPalSharma

'सिंघम' और 'एनकाउंटर मैन' के रूप में पहचाने जाने वाले उत्तर प्रदेश के नामचीन आईपीएस अजयपाल शर्मा के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है. खुद को अजय पाल की पत्नी बताने वाली दीप्ति शर्मा गाजियाबाद के साहिबाबाद स्थित आस्था अपार्टमेंट में रहती है और दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हैं.

महिला का दावा है कि अजय पाल वर्ष 2016 में गाजियाबाद में एसपी सिटी थे, और यह उसी समय का मामला है. महिला का दावा है कि इस दौरान उसकी शादी आईपीएस अजय पाल से हुई थी. शादी गाजियाबाद में रजिस्टर्ड भी हुई थी.

दीप्ति का कहना है कि अजय पाल से उनके रिश्ते कुछ बातों को लेकर खराब हो गए थे. इस संबंध में उन्होंने महिला आयोग, पुलिस विभाग, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में शिकायत भी की थी.

महिला ने दावा किया है कि रामपुर सिविल थाने से अजय पाल शर्मा के कहने पर कुछ लोग गाजियाबाद स्थित उनके घर आए थे और लैपटॉप के साथ कई जरूरी सबूत उठाकर चले गए थे. इसकी शिकायत भी महिला ने डीआईजी रेंज मेरठ और अन्य संबंधित अधिकारियों को दी थी. मार्च 2019 में अजय पाल शर्मा से बातचीत हुई थी, जिसके बाद उन्होंने परेशान करना शुरू कर दिया था.

महिला ने आरोप लगाया है कि उस पर अजय पाल शर्मा के इशारे पर ठगी का केस दर्ज हुआ है. उससे सबूत छीन लिए गए, साथ ही जेल भी भेज दिया गया. महिला ने आरोप लगाए हैं कि कई अन्य मुकदमे भी दर्ज किए गए.

विशेष सचिव गृह अनिल कुमार सिंह के निर्देश पर हजरतगंज पुलिस ने आईपीएस अजयपाल के खिलाफ गबन, आपराधिक साजिश और साक्ष्य मिटाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. अजय पाल शर्मा पर भारतीय दंड संहिता की धारा 409, 201 और 120बी के तहत केस दर्ज किया गया है। महिला द्वारा दर्ज कराए गए रिपोर्ट में अन्य पुलिसकर्मियों को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है.

उल्लेखनीय है कि नोएडा से हटाए गए आईपीएस वैभव कृष्ण ने जिन पांच अफसरों पर आरोप लगाया था, उनमें अजय पाल शर्मा भी शामिल हैं. इनके खिलाफ एसआईटी जांच भी हुई थी, जिसमें अजय पाल के खिलाफ भी सबूत मिले हैं. उल्लेखनीय है कि अजय पाल के नाम 100 से अधिक एनकाउंटर दर्ज हैं.

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.