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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम चुनाव के बीच सोमवार को एक सनसनीखेज दावा करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायक उनके सम्पर्क में हैं और भाजपा के चुनाव जीतने के बाद वे अपनी पार्टी छोड़ देंगे। तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने पलटवार करते हुए मोदी पर खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाया और कहा कि वह इसके बारे में चुनाव आयोग से शिकायत करेगी।

मोदी ने पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में श्रीरामपुर लोकसभा क्षेत्र और उत्तर 24 परगना के बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर भाई-भतीजावाद करने का आरोप लगाया और इस बात पर जोर दिया कि वह अपने भतीजे को पश्चिम बंगाल में राजनीतिक रूप से स्थापित करना चाहती हैं।

मोदी ने बनर्जी पर प्रधानमंत्री पद की उनकी महत्वाकांक्षा को लेकर भी निशाना साधा और कटाक्ष करते हुए कहा, ''दीदी, दिल्ली दूर है।'' मोदी ने श्रीरामपुर में एक चुनावी रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ''दीदी, इस चुनाव का परिणाम आने के बाद आपके अपने विधायक भी आपका साथ छोड़ देंगे। आपके 40 विधायक मेरे सम्पर्क में हैं और भाजपा के चुनाव जीत जाने पर आपके सभी विधायक आपको छोड़ देंगे। आपके पैर के नीचे से राजनीतिक जमीन खिसक गई है।''

राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने तुरंत ही आरोप लगाया कि मोदी खरीद फरोख्त में लिप्त हो रहे हैं। ओ ब्रायन ने ट्वीट किया, ''एक्सपायरी बाबू पीएम, चलिये इसे स्पष्ट कर देते हैं। कोई आपके साथ नहीं जाएगा। एक पार्षद भी नहीं जाएगा। चुनाव प्रचार कर रहे हैं या खरीद-फरोख्त। आपका कार्यकाल समाप्त होने वाला है। आज हम चुनाव आयोग से शिकायत करने जा रहे हैं। आप पर खरीद-फरोख्त के आरोप लगाएंगे।''

मोदी ने बनर्जी के अक्सर गुस्सा होने के लिए मखौल उड़ाया, और कहा कि ऐसा इसलिए क्योंकि वह ''हार महसूस'' कर रही हैं और कहा कि वह प्रधानमंत्री बनने का सपना भी नहीं देख सकतीं। उन्होंने कहा, ''चंद सीटों के दम पर, 'दीदी' आप दिल्ली नहीं पहुंच सकतीं। दिल्ली अभी दूर है। दिल्ली जाना केवल एक बहाना है। उनका वास्तविक इरादा अपने भतीजे को राजनीतिक रूप से स्थापित करना है।''

बनर्जी के भतीजे अभिषेक डायमंड हार्बर से वर्तमान में सांसद हैं और इसी सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। मोदी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के ''गुंडे'' लोगों को मतदान करने से रोक रहे हैं और भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा नेताओं को मुक्त रूप से प्रचार नहीं करने दिया जा रहा। उन्होंने दावा किया कि पूरे बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को हराने की इच्छा है।

उन्होंने कहा, ''ममता दीदी आपके गुंडे लोगों को वोट डालने से रोक रहे हैं। ममता दीदी लोकतंत्र ने आपको वह पद दिया जिस पर आप अभी बैठी हुई हैं। लोकतंत्र से धोखा नहीं करिये। पश्चिम बंगाल के लोगों ने अपना मन बना लिया है।'' प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी चौथे चरण के तहत पश्चिम बंगाल में लोकसभा की आठ सीटों के लिए मतदान के दौरान हिंसा की खबरों के बीच आयी है।

मोदी ने ''चुपचाप, बीजेपी पर छाप'' नारा दिया और बनर्जी पर उनकी उस टिप्पणी के लिए निशाना साधा कि बंगाल के लोग उन्हें (मोदी) वोट की बजाय मिट्टी से बने रसगुल्ले देंगे जिसमें पत्थर भरे होंगे। उन्होंने कहा, ''वह मेरे लिए 'प्रसाद' की तरह होगा। मैं बंगाल की पवित्र धरती की मिट्टी से बने रसगुल्ले पाकर धन्य हो जाऊंगा जो कि रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और रवींद्रनाथ टैगोर की धरती है।''

मोदी ने बनर्जी का उल्लेख करते हुए कहा कि वह वे पत्थर पाकर भी प्रसन्न होंगे जिसके बारे में पश्चिम बंगाल की नेता ने कहा कि वे मिट्टी के रसगुल्ले में भरे होंगे क्योंकि इससे उन पत्थरों की संख्या में कमी आएगी जिसका इस्तेमाल ''ममता दी के गुंडे'' लोगों पर हमला करने के लिए करते हैं। ममता बनर्जी ने मोदी द्वारा एक टेलीविजन साक्षात्कार में यह खुलासा करने के लिए नाराजगी जतायी थी कि वह उन्हें प्रत्येक वर्ष कुर्ते और मिठाइयां भेजती हैं।

बनर्जी ने पिछले सप्ताह कहा था कि बंगाल के लोग उन्हें वोट की बजाय मिट्टी से बने रसगुल्ले देंगे जिनमें पत्थर भरे होंगे जिससे उनके दांत टूट जाएंगे। मोदी ने कहा कि राज्य ने तीन राजनीतिक विचारधाराएं देखी हैं...नामपंथी, वामपंथी, दाम और दमनपंथी..। उन्होंने कहा समय आ गया है कि लोग विकासपंथी को अपनायें जिसका प्रतिनिधित्व भाजपा द्वारा किया जाता है। उन्होंने परोक्ष रूप से कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार की ओर इशारा करते हुए कहा, ''हमें आपको 'नामपंथी' का उदाहरण देने की जरुरत नहीं है।''

मोदी ने आरोप लगाया, ''हमने तीन दशक का वाम शासन देखा है जो कि हिंसा और कुशासन से भरा हुआ था। विदेशी विचारधारा, जिसे पूरे विश्व ने त्याग दिया है। तीसरा तृणमूल कांग्रेस का 'दाम और दमनपंथी' शासन है जो धनबल और ताकत के बल पर शासन कर रही है...।'' उन्होंने नागरिकता (संशोधन) विधेयक और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के मुद्दे भी उठाये जिसका तृणमूल कांग्रेस कड़ा विरोध कर रही है।

मोदी ने कहा, ''हम देश से प्रत्येक घुसपैठिये को बाहर करेंगे। हम सबसे पहले नागरिकता (संशोधन) विधेयक पारित करेंगे और उसके बाद घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए एनआरसी लाया जाएगा।''

प्रधानमंत्री मोदी ने बैरकपुर में एक दूसरी रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि देश में एक नयी प्रवृत्ति देखने में मिल रही है जिसमें राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रवादी भावनाओं का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से ऐसे तत्वों से सावधान रहने के लिए कहा जो वोटबैंक की राजनीति के लिए राष्ट्रवाद को नकारते हैं। मोदी ने कहा कि देश में देशभक्ति और राष्ट्रवादी भावनाओं के अपमान की एक अजीब प्रवृत्ति दिख रही है। पश्चिम बंगाल वह भूमि है जहां राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की रचना की गयी। यह बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की धरती है। लेकिन यहां वोट बैंक की राजनीति साधने के लिए गीत को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है।

मोदी ने कहा, ''ममता बनर्जी भी इस समूह का हिस्सा हैं जो पाकिस्तान के गुणगान में विश्वास करता है। बंगाल के लोग देश का विरोध करने वालों का समर्थन करने के लिए उन्हें बख्शेंगे नहीं।'' उन्होंने दावा किया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आईएनए के योगदान तथा बलिदान को भाजपा ने सम्मानित किया लेकिन तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने कभी भी उनके योगदान को सम्मानित नहीं किया और अब वे सशस्त्र बलों की वीरता पर सवाल उठा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में 'मां, माटी और मानुष' तीनों पीड़ित हैं। बैरकपुर के औद्योगिक क्षेत्र में बंद जूट मिलों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि पहले वाम मोर्चा और अब दीदी का दमन इसके लिए जिम्मेदार है।