लाल सिंह के भाई को कठुआ में आयोजित एक रैली के दौरान सीएम महबूबा मुफ्ती के प्रति अपशब्द कहते हुए कैमरे में कैद किया गया.
लाल सिंह के भाई को कठुआ में आयोजित एक रैली के दौरान सीएम महबूबा मुफ्ती के प्रति अपशब्द कहते हुए कैमरे में कैद किया गया.आईएएनएस

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में नाबालिग से बलात्कार और उसकी हत्या के आरोपियों के पक्ष में आयोजित की गई एक रैली में भाग लेकर पहले से ही विवादों में घिरे राज्य के बीजेपी के मंत्री चौधरी लाल सिंह एक बार फिर गलत कारणों के चलते सुर्खियों में हैं.

इस बार वे अपने छोटे भाई चौधरी राजेंद्र सिंह के चलते खबरों में हैं जो फिलहाल रविवार, 20 मई को राज्य के कठुआ में आयोजित एक रैली में राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के लिये अपशब्द कहने को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस के निशाने पर हैं.

एक नाबालिग के बलात्कार और हत्या की जांच सीबीआई से करवाने की मांग को लेकर कठुआ जिले के लखनपुर से लेकर हीरानगर तक फैली इस विशाल रैली का नेतृत्व लाल द्वारा किया जा रहा था. इसी डोगरा स्वाभिमान रैली के दौरान राजेंद्र मुफ्ती के खिलाफ आपत्तीजनक भाषा का प्रयोग करते हुए रिकाॅर्ड हो गए.

सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी 26 सेकंड की इस वीडियो क्लिप में राजेंद्र को एक वाहन की छत पर चढ़े हुए देखा जा सकता है. उन्हें एक माइक्रोफोन के माध्यम से खुलेआम महबूबा मुफ्ती के लिये अपशब्द कहते हुए देखा जा सकता है और रैली में शामिल लोग इस दौरान हाय-हाय के नारे लगा रहे हैं.

लोगों की भारी भीेड़ को इस दौरान राजेंद्र के वाहन के पीछे चलते हुए देखा जा सकता है जो लाल के छोटे भाई द्वारा मुफ्ती को अपशब्द कहे जाने पर तालिया बजाकर उनका समर्थन कर रहे हैं.

उनके इस कृत्य की सोशल मीडिया यूजर्स के साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेश्नल कांफ्रेंस के कार्यवाहक अध्यक्ष उमर अब्दुल्ली द्वारा भी कड़ी निंदा की गई है. उन्होंने टिवटर के जरिये राजेंद्र के इस कृत्य को ''बिल्कुल अस्वीकार्य'' करार दिया है.

अब्दुल्ला ने सोमवार को ट्वीट किया, ''सीएम महबूबा के प्रति इस प्रकार की भाषा का उपयोग करना बिल्कुल अस्वीकार्य है और मैं जम्मू-कश्मीर पुलिस से इस अपमाजनक व्यक्ति के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की प्रार्थना करते हुए स्पष्ट रूप से इसकी निंदा करता हूं.''

उमर अब्दुल्ला ने भी ट्विटर के जरिये राजेंद्र के बर्ताव की आलोचना की है.
उमर अब्दुल्ला ने भी ट्विटर के जरिये राजेंद्र के बर्ताव की आलोचना की है.आईएएनएस

पुलिस ने सोमवार को ही बीजेपी नेता के भाई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली.

पीटीआई के अनुसार कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीधर पाटिल ने बताया कि लाल के भाई के खिलाफ रणबीर पीनल कोड (आरपीसी) की धारा 509 (किसी महिला की बेइज्जती करने के इरादे से प्रयोग किये गए शब्द, इशारा या कृत्य) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66ए के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

मुफ्ती सरकार में वन मंत्री रहे लाल ने कठुआ बलात्कार मामले में आरोपियों के समर्थन के चलते हुए विरोध के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

हम पहले ही यह चुके हैं कि जब क्षेत्र में लगातार महिलाओं और बच्चों की हत्याएं हो रही हैं ऐसे में इस मामले को जानबूझकर बढ़ाऋचढ़कर पेश किया जा रहा है. लाल ने कहा था, ''सिर्फ एक लड़की की मौत हुई है और इतनी जांच की जा रही है.''

उन्होंने आगे कहा, ''पुलिस भारत विरोधी नारे लगाने वालों या तिरंगे को फाड़ने वालों को नहीं गिरफ्तार करती लेकिन यहां लोगों को पकड़ा जा रहा है. अगर आप टिके रहना चाहते हैं तो संकल्प पर अडिग रहें मैं आपके साथ हूं. मैं इस मामले को सीबीआई को सौंपने की आपकी मांग के समर्थन में हूं.''

लाल सिंह कठुआ बलात्कार कांड की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.
लाल सिंह कठुआ बलात्कार कांड की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.रायटर्स

इसके बाद से उनके द्वारा इस घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कइ रैलियों, मोमबत्ती मार्च और विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया जा चुका है. इतवार को भी वे अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिये पांच घंटे से भी अधिक तक नंगे पैर पैदल चले.

कठुआ बलात्कार
बक्करवाल मुसलमानों के समुदाय से आने वाली एक आठ वर्षीय लड़की को 10 जनवरी को अपहरण कर कठुआ के एक मंदिर में रखा गया था. वहां उसे कई दिनो ंतक नशा दिया गया और कई लोगों द्वारा बलात्कार किया गया जिसके चलते उसकी मौत हो गई. एक ग्रामीण ने 17 जनवरी को उसका शव रसाना गांव वे नजदीक के जंगल में देखा.

रैली की कुछ क्लिप यहां देखेंः