सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरTHIERRY ROGE/AFP/Getty Images

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में घायल और बीमार हाथियों के इलाज के लिए एक अस्पताल खोला गया है. दक्षिण एशिया में वन्यजीवों के लिए कार्यरत वाइल्ड लाइफ एसओएस संस्था ने शुक्रवार को मथुरा और आगरा के बीच स्थित हाथी संरक्षण और देखभाल केंद्र में हाथियों के इलाज के लिए अस्पताल की शुरुआत की.

यह संभवत: देश में अपने तरीके का पहला अस्पताल होगा. वन विभाग के सहयोग से स्थापित किए गए इस अस्पताल में, नवीन प्रौद्योगिकी और डिजिटल एक्सरे के अलावा अल्ट्रासाउंड जैसी आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं भी हैं. फराह खंड के चुरमुरा गांव में स्थित इस अस्पताल में घायल हाथियों को उठाने, पैथोलॉजी प्रयोगशाला, वजन नापने की डिजिटल मशीन समेत लंबे इलाज के लिए सुविधाएं हैं.

इसके अलावा, इसमें पशु चिकित्सा पढ़ने वाले छात्रों और इंटर्नों को भी आने की इजाजत होगी ताकि वे सुरक्षित दूरी से हाथियों के इलाज के तरीके को सीख सकें. हाथी अस्पताल का उद्घाटन करते हुए आगरा मण्डल के आयुक्त अनिल कुमार ने कहा, 'यह क्षेत्र कृष्णनगरी और ताजनगरी के साथ-साथ हाथियों के विशेष अस्पताल के रूप में भी जाना जाएगा.'

वाल्ड लाइफ एसओएस में संरक्षण निदेशक बी राज एमवी ने कहा, 'भारत में सैकड़ों हाथी खराब स्वास्थ्य, अंधापन, और गंभीर पीड़ा से ग्रस्त हैं. इस हाथी अस्पताल में उन्हें उनकी आवश्यक अनुसार महत्वपूर्ण चिकित्सा देखभाल देने की क्षमता है. हमें आशा है कि यह अन्य राज्यों के लिए मॉडल बनेगा.'