2 अक्टूबर को ट्रेनों और स्टेशनों पर मांसाहरी भोजन नहीं परोसा जाएगा (सांकेतिक तस्वीर)
2 अक्टूबर को ट्रेनों और स्टेशनों पर मांसाहरी भोजन नहीं परोसा जाएगा (सांकेतिक तस्वीर)विकिमीडिया कॉमन्स

भारतीय रलवे जल्द ही 2 अक्टूबर यानी महात्मा गांधी की जयंती पर सिर्फ शाकाहारी भोजन परोस सकता है और पहले ऐसा शायद तीन वर्षों के लिये किया जाए.

आखिर रेलवे ने 2 अक्टूबर को पूर्ण शाकाहार की योजना क्यों बनाई?
भारतीय रेलवे ने 2 अक्टूबर को पूर्ण शाकाहार अपनाने की योजना महात्मा गांधी की जयंती के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के हिस्से के रूप में बनाई है.

रेलवे बोर्ड द्वारा पेश किये गए प्रस्ताव के मुताबिक, उसने गांधी जयंती के असवर पर सिर्फ अपने परिसरों, स्टेशनों और ट्रेनों में ही मांसाहारी भोजन परोसने पर पाबंदी प्रस्तावित नहीं की है बल्कि उनकी योजना तो अपने सभी कर्मचारियों को 2 अक्टूबर को सिर्फ शाकाहारी भोजन करने की अपील करने की भी है.

हिंदुस्तान टाईम्स के मुताबिक रेलवे बोर्ड ने अप्रैल में अपने सभी रेलवे जोन को भेजे गए सर्कुलर में कहा है, ''2 अक्टूबर 2018, 2019 और 2020 को एक ऐसे पूर्ण शाकाहारी दिवस के रूप में मनाया जा सकता है जिसमें भारतीय रेलवे के किसी भी परिसर में मांसाहारी भोजन नहीं परोसा जाएगा. रेलवे के सभी कर्मचारियों से भी अनुरोध किया जाता है कि वे इस दिन को शाकाहार दिवस के रूप में मनाएं.''

2 अक्टूबर को ट्रेनों और स्टेशनों पर सिर्फ शाकाहारी भोजन ही परोसा जाएगा (सांकेतिक तस्वीर)
2 अक्टूबर को ट्रेनों और स्टेशनों पर सिर्फ शाकाहारी भोजन ही परोसा जाएगा (सांकेतिक तस्वीर)विकिमीडिया कॉमन्स

2 अक्टूबर को शाकाहार दिवस के रूप में मनाए जाने का एक और कारण इस दिन को उनकी 'अहिंसा' की विचारधारा और तथ्य कि वे देश में शाकाहार के सबसे बड़े दूत हैं, को आगे बढ़ाने के लिये किया जा रहा है.

गांधी जयंती के लिये रेलवे की और क्या योजनाएं हैं?
पूर्ण शाकाहार को अपनाने के अलावा रेलवे 12 मार्च को दांडी मार्च की याद में साबरमती से ''विशेष नमक रेक'' और विभिन्न स्टेशनों को ''स्वच्छता एक्स्प्रेस'' ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम कना रही है.

रेलवे द्वारा अंतिम रूप दी गई योजनाओं के अनुसार, वह इस दौरान महात्मा गांधी के वाटरमाक वाले टिकट भी देने की योजना बना रही है. इसके अलावा देश के सबसे बड़े ट्रांस्पोर्टर ने यह भी प्रस्ताव दिया है कि गांधी जी से जुड़े स्टेशनों में उनकी थीम पर आधारित चित्रों को बनवाया जाए और उनके कार्य को प्रदर्शित हुए डिजिटल म्यूजियमों की भी स्थापना करने का प्रस्ताव है.

भारतीय रेलवे 2 अक्टूबर को सिर्फ शाकाहारी भोजन परोसने की योजना बना रही है (सांकेतिक तस्वीर)
भारतीय रेलवे 2 अक्टूबर को सिर्फ शाकाहारी भोजन परोसने की योजना बना रही है (सांकेतिक तस्वीर)रायटर्स

सभी मंडल मुख्यालयों के स्टेशन, उनकी विभिन्न प्रशासनिक इमारतें और ऐसे सभी मंडल मुख्यालय अहिंसा के इस पुजारी की मूर्तियों के साथ तैयार होंगे.

अगर सबकुछ ठीक रहता है तो इस विशेष अवसर को मनाने के लिये नोडल मंत्रालय बनाया गया संस्कृति मंत्रालय तमाम योजनाओं को हरी झंडी देगा जिसके बाद उसके द्वारा विशेष रूप से डिजाइन किया गय एक लोगो रेल के सभी डिब्बों के प्रवेश द्वारा पर स्थापित किया जाएगा जिसमें सीट संख्या प्रदर्शित की जाएगी.