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ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल

ऐप के जरिए होटल रूम उपलब्ध करवाने वाली कंपनी ओयो होटल्स एंड होम्स अपने देश भारत के मुकाबले चीन में काफी तेजी से पैर पसार रही है. जापान के सॉफ्टबैंक के निवेश वाली हॉस्पिटैलिटी चेन ने दुनिया की दूसरे सबसे बड़ी इकनॉमी में बिजनेस बढ़ाने की रफ्तार तेज कर दी है. ओयो रूम चीन में लीज और फ्रेंचाइजी से 4,000 प्रॉपर्टी में 1.80 लाख रूम्स मैनेज कर रही है जबकि भारत में कंपनी सिर्फ 1.49 लाख रूम मैनेज कर रही है.

ओयो ने नवंबर, 2017 में चीन में संचालन शुरू किया था और अब यह पडोसी देश के 265 शहरों में मौजूद है. कंपनी के सीईओ रितेश अग्रवाल के मुताबिक चीन में सिर्फ एक ही साल में कंपनी टॉप-10 होटल चेन में शामिल होने में सफल रही है. उन्होंने बताया कि हाेटलों द्वारा उन्हें अपनी प्रॉपर्टी लीज पर देने के बाद कंपनी के असेट के इस्तेमाल का औसत 25 फीसदी से बढ़कर 60-70 फीसदी हो गया है. फिलहाल यहां पर लीज और फ्रैंचाइजी पर ली गई 4000 प्रॉपर्टीज में ओयो 1.8 लाख रूम संभाल रही है.

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ईवाई में ई-कॉमर्स और कंज्यूमर इंटरनेट के नैशनल लीडर और पार्टनर अंकुर पाहवा ने बताया, 'ओयो भारत की पहली सफल इंटरनेट कंपनी है, जो चीन में जगह बनाने में सफल रही है. चीन बहुत बड़ा बाजार है.' चीन पर ओयो काफी ध्यान दे रही है. उसने वहां लोकल लीडरशिप टीम बनाई है. इसके लिए दूसरी बड़ी कंज्यूमर टेक्नोलॉजी कंपनियों से लोगों को लाया गया है.

ओयो ने विल्सन ली को चीन में अपने बिजनेस के लिए चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर बनाया है. उससे पहले ली लिस्टेड कार रेंटल कंपनी कार इंक में फाइनेंस और ऑपरेशंस देख रहे थे. वह गूगल और उबर के एग्जिक्यूटिव जिया झू को टेक्नोलॉजी हेड के तौर पर जोड़ने में सफल रही है. इसी महीने कंपनी ने इंडियो के पूर्व प्रेजिडेंट आदित्य घोष को भारत और दक्षिण एशिया का सीईओ अप्वाइंट किया था. ओयो के चीन में करीब 5,500 फुल टाइम कर्मचारी हैं और 6,000 लोग उसके लिए कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे हैं.