-
Wikimedia Commons

भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने शुक्रवार को उन आरोपों के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की निंदा की है जिसमें उसने आरोप लगाया है कि कोई आमदनी न होने के बावजूद नाइक ने 6 वर्षों के दौरान 46 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए थे।

नाइक ने एक विस्तृत बयान में कहा, 'ईडी क्यों झूठ बोल रहा है? जब सभी सरकारी एजेंसियों सहित सभी लोग जानते हैं कि मेरे पास कई प्रकार के उद्यम और आय के स्रोत हैं और मेरी आमदनी हमेशा मेरे द्वारा भरे गए टैक्स रिटर्न में दिखी है।'

नाइक ने सवाल उठाया कि वह यह जानना चाहता है कि 'क्या दबाव इतना ज्यादा था कि' ईडी को 'उनके राजनीतिक आकाओं' द्वारा तय किए गए लक्ष्य को पाने के लिए झूठ बोलना पड़ा। इससे दो दिन पहले ईडी ने नाइक पर धनशोधन का आरोप लगाते हुए विशेष पीएमएलए अदालत के न्यायाधीश एमएस आजमी के समक्ष आरोप-पत्र दाखिल किया था।

ईडी के आरोप-पत्र के अनुसार, इस्लामिक उपदेशक नाइक आय के 'ज्ञात स्रोत' की जानकारी नहीं होने के बावजूद पूरी दुनिया की यात्रा कर रहा है और वह अभी भी अपने भारतीय बैंक खातों में 49.20 करोड़ रुपये स्थानांतरित करने में कामयाब हो गया है।

गौरतलब है कि केंद्रीय जांच एजेंसी अब तक नाइक के दो सहयोगियों आमिर गजदार और नजामुद्दीन साथक को गिरफ्तार कर चुकी है। गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी की प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने 2016 में नाइक के खिलाफ मामला दर्ज किया था।