सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरREUTERS/Peter Nicholls/Files

विकिलीक्स के सह-संस्थापक जूलियन असांजे को सात वर्षों के बाद लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास से गिरफ्तार कर लिया गया। ब्रिटिश पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। दक्षिण अमेरिकी देश ने असांजे को दी गई शरण को वापस ले लिया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इक्वाडोर के राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी देश में प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा जहां उन्हें यातना या मौत की सजा का सामना करना पड़ेगा। स्कॉटलैंड यार्ड ने असांजे की गिरफ्तारी की पुष्टि की और कहा कि उसके अधिकारियों ने असांजे के खिलाफ एक वारंट जारी किया था। ऑस्ट्रेलिया में जन्मे 47 वर्षीय असांजे लगभग सात वर्षों तक लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास में रहे।

मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने एक बयान में कहा, ''उन्हें (असांजे) मध्य लंदन के पुलिस थाने में हिरासत में लिया गया है। वेस्टमिन्सटर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किये जाने से पहले उन्हें इसी थाने में रखा जायेगा।" इसी अदालत द्वारा 29 जून, 2012 को जारी किये गए वारंट पर आत्मसमर्पण करने में विफल रहने के बाद असांजे को गिरफ्तार किया गया है। ब्रिटिश सरकार ने गिरफ्तारी का स्वागत किया है और इसे ब्रिटेन और इक्वाडोर के बीच ''व्यापक वार्ता" का परिणाम बताया है।

ब्रिटेन के गृह मंत्री साजिद जावेद ने ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा, ''लगभग सात वर्षों के बाद इक्वाडोर दूतावास में गये, मैं पुष्टि कर सकता हूं कि असांजे अब पुलिस हिरासत में है और अब उसे ब्रिटेन में मुकदमे का सामना करना होगा। मैं इक्वाडोर को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देता हूं। कानून से ऊपर कोई नहीं है।"

इक्वाडोर के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने कहा कि देश ने असांजे को दी गई शरण को वापस ले लिया है। मोरेनो ने कहा, ''एक संप्रभु फैसले में इक्वाडोर ने अंतरराष्ट्रीय संधियों और दैनिक जीवन प्रोटोकॉल के बार-बार उल्लंघन के बाद जूलियन असांजे को दी गई शरण वापस ले ली।" 47 वर्षीय असांजे पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका से संबंधित गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक किया था। यौन उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपों में स्वीडिश अधिकारी उनसे पूछताछ करना चाहते थे जिसके बाद असांजे ने दूतावास में शरण मांगी थी।

इस बीच, एएफपी की खबर के अनुसान विकिलीक्स ने इक्वाडोर पर उसके सह संस्थापक जूलियन असांजे को दी गई शरण को ''अवैध" रूप से वापस लेने का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया और कहा कि लंदन में इक्वाडोर के राजदूत ने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए ब्रिटिश पुलिस को आमंत्रित किया था। विकिलीक्स ने ट्विटर पर कहा, ''इक्वाडोर ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हुए अवैध रूप से असांजे को दी गई राजनीतिक शरण को खत्म कर दिया।" उन्होंने कहा,'' ब्रिटिश पुलिस को दूतावास में बुलाया गया और उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।"

इक्वाडोर के राष्ट्रपति मोरेनो ने कहा कि असांजे को मौत की सजा के प्रावधान वाले देश में प्रत्यर्पित नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि असांजे को ऐसी किसी भी देश में प्रत्यर्पित नहीं किया जायेगा जहां उसे ''यातना या मौत की सजा" का सामना करना पड़े। मोरेनो ने सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा, ''मैंने ग्रेट ब्रिटेन से इस बात की गारंटी मांगी है कि असांजे को किसी भी ऐसे देश में प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा जहां उन्हें यातना या मौत की सजा दी जा सकती है।" उन्होंने कहा, ''ब्रिटिश सरकार ने लिखित में इसकी पुष्टि की है कि वे इस बात को पूरा करेंगे।"

वर्ष 2010 में असांजे पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली एक स्वीडिश महिला की वकील ने कहा कि वह और उनकी मुवक्किल स्वीडिश अभियोजकों से जांच को फिर किये जाने के लिए कहेंगे। यह जांच 2017 में बंद कर दी गई थी। रूस ने असांजे को ब्रिटेन में गिरफ्तार किये जाने की निंदा करते हुए इस कदम को लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के खिलाफ एक कदम बताया और ब्रिटेन से उनके अधिकारों का सम्मान किये जाने का आह्वान किया। भगोड़े अमेरिकी व्हिसलब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन ने असांजे को गिरफ्तार किये जाने की निंदा करते हुए इसे ''प्रेस की स्वतंत्रता" के लिए एक काला दिनबताया है।

अमेरिकी सरकार की व्यापक सर्विलांस गतिविधियों के बारे में मीडिया को हजारों दस्तावेजों के लीक होने के बाद 2013 में स्नोडेन रूस भाग गये थे। असांजे को गिरफ्तार किये जाने की अनुमति देने के निर्णय के बाद इक्वाडोर के पूर्व नेता राफेल कोरेया ने मौजूदा राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो को एक विश्वासघाती बताया।