जसप्रीत बुमराह
जसप्रीत बुमराहTwitter / @BCCI

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत होने में अब कुछ ही वक्त बचा है और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने के चलते सीरीज से बाहर होने के साथ भारतीय टीम प्रबंधन को एक बड़ा झटका लग चुका है। बुमराह की लोअर बैक में चोट है और यही कारण है कि टीम प्रबंधन ने उन्हें आराम देने का फैसला किया है। टीम प्रबंधन अब उम्मीद कर रहा है कि दिसंबर में वेस्ट इंडीज के खिलाफ होने वाली सीरीज मे बुमराह वापसी करेंगे।

टीम प्रबंधन से जुड़े एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री की रडार पर बांग्लादेश सीरीज नहीं है। टीम प्रबंधन चाहता है कि बुमराह पूरी तरह फिट होने के बाद ही मैदान पर लौटें। इसके साथ ही उनकी निगाह अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप पर भी है और बुमराह उसमें टीम के अहम हथियार होंगे।

सूत्र ने समाचार एजेंसी को बताया, 'आप कह सकते हैं कि टीम प्रबंधन का उद्देश्य है कि बुमराह वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज में लौटेंगे। टीम प्रबंधन का नजरिया बिलकुल साफ है कि बुमराह की वापसी में कोई शॉर्ट कट नहीं अपनाया जाएगा। और वह रिहैब की पूरी प्रक्रिया से गुजरकर ही आएं। बुमराह का फिट रहना बहुत जरूरी है। और इस सबके लिए बांग्लादेश सीरीज बहुत जल्दी हो जाएगी।'

इसका अर्थ यह है कि बुमराह इस साल भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में कोई भूमिका नहीं अदा कर पाएंगे। अगले साल वर्ल्ड टी20 को ध्यान में रखते हुए भारतीय टीम का फोकस सीमित ओवरों के प्रारूप पर है। भारत को साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैच खेलने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेलने हैं। यानी इस साल (2019) में सिर्फ पांच टेस्ट मैच ही खेलने हैं।

सूत्र से जब पूछा गया कि क्या बुमराह की वापसी में और देर हो सकती है तो उसने इससे इनकार किया। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को नितिन पटेल देख रहे हैं। सूत्र ने कहा, 'भारतीय खिलाड़ी अगर किसी एक खिलाड़ी की कसम खा सकते हैं तो वह नितिन पटेल है। वह खुद बुमराह की रिकवरी पर नजर रखे हुए हैं। उल्टा उम्मीद की जा सकती है कि बुमराह समय से पहले रिकवर हो जाएं।'

भारतीय टीम लगातार क्रिकेट खेल रही है और इसी वजह से कप्तान विराट कोहली और टीम प्रबंधन ने चोट से बचने से लिए बुमराह व अन्य खिलाड़ियों के वर्कलोड मैनेज करने की बात कही है।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।