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कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा को राजभवन में राज्यपाल वजुभाई वाला ने शुक्रवार शाम एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी है। उन्हेें 31 जुलाई तक विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना होगा। चौथी बार कर्नाटक सरकार की कमान संभालने वाले येदियुरप्पा ने सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए शुक्रवार सुबह ही राज्यपाल से मुलाकात की थी। राज्यपाल ने उन्हें शुक्रवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाने का अनुरोध किया था। तब येदियुरप्पा ने कहा था कि चूंकि वह पहले ही विपक्ष के नेता हैं तो नेता चुनने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाने की जरूरत नहीं है। शपथ से पहले येदियुरप्पा बंगलूरू के कडू मल्लेश्वर मंदिर में प्रार्थना करते भी दिखे थे।

सीएम पद की शपथ लेने वाले बीएस येदियुरप्पा ने अपने नाम की अंग्रेजी स्पेलिंग में बदलाव कर लिया है। कहा जा रहा है कि अंकशास्त्रियों से सलाह-मशविरे के बाद अब तक अपने नाम में yeddyurappa लिख रहे बीएस येदियुरप्पा ने अब इस स्पेलिंग में से 'डी' को हटाकर 'आई' जोड़ लिया है। अब वह अपने नाम में yediyurappa लिख रहे हैं।

बता दें कि 2007 से पहले बीएस येदियुरप्पा का नाम की स्पेलिंग यही थी, जो उन्होंने अब कर ली है। लेकिन, उस दौरान भी कुछ भी चीजों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यह बदलाव किया था। हाल ही में उनकी ओर से बीजेपी चीफ अमित शाह को लिखे गए एक लेटर में अपने नाम में नई स्पेलिंग्स का इस्तेमाल करते देखा गया है। गवर्नर को सरकार बनाने का दावा करने के लिए लिखे गए पत्र में भी उन्होंने अपने नाम में नई स्पेलिंग का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा विधानसभा में उनके नाम के बोर्ड में भी नाम की नई स्पेलिंग जोड़ी गई है।

कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार के मंगलवार को शक्ति परीक्षण में असफल रहने के बाद से येदियुरप्पा सरकार गठन का दावा पेश करने के लिए पार्टी आलाकमान से ''निर्देश मिलने का इंतजार कर रहे थे।

जगदीश शेट्टार, अरविंद लिंबावली, मधुस्वामी, बसवराज बोम्मई और येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र समेत कर्नाटक भाजपा के नेताओं ने गुरुवार को नयी दिल्ली में शाह से मुलाकात की थी और ऐसा बताया जा रहा है कि उन्होंने सरकार गठन के बारे में चर्चा की।

इससे पहले, कर्नाटक विधानसभा स्पीकर केआर रमेश ने एचडी कुमारस्वामी सरकार गिरने के दो दिन बाद कार्रवाई करते हुए गुरुवार को तीन विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है। अयोग्य घोषित किए जाने वाले विधायको में रमेश ए जरकीहोली, महेश कुमथल्ली और आर शंकर शामिल हैं।

कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने कहा कि वह अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करेंगे और उच्चतम न्यायालय ने जो भरोसा उनमें दिखाया है उसे वह बरकरार रखेंगे। कुमार को बागी विधायकों के इस्तीफे और अयोग्यता संबंधी याचिका पर फैसला करना है।

उन्होंने कहा कि बागी विधायकों को उनके समक्ष उपस्थित होने का अब और मौका नहीं मिलेगा और अब यह अध्याय बंद हो चुका है। उन्होंने कहा, ''कानून सबके लिये समान है। चाहे वह मजदूर हो या भारत का राष्ट्रपति।

गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा में एचडी कुमारस्वामी बहुमत साबित नहीं कर पाई थी। सदन में बहुमत के पक्ष में सर्फ 99 वोट ही पड़े थे जबकि विपक्ष में 105 पड़े थे।

बता दें कि पिछले साल मई महीने में आए कर्नाटक विधानसभा के नतीजों के बाद बीजेपी 104 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। बीएस येदियुरप्पा ने 17 मई 2018 को सीएम पद की शपथ ली और दावा किया कि उनके पास बहुमत का आंकड़ा है। मगर 19 मई को बहुमत परीक्षण से ठीक पहले इस्तीफा दे दिया। बहुमत ना मिलने पर बीजेपी की सरकार दो ही दिन में गिरने के बाद 78 सीटों वाली कांग्रेस और 37 सीटें जीतने वाली जेडीएस ने गठबंधन कर लिया और सरकार गठन के बाद जेडीएस विधायक दल के नेता एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे।