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ANI

उत्तर प्रदेश के बागपत से एक ऐसी खबर सामने आई जिसने सभी को चौंका दिया है. दरअसल, बागपत में बंदरों पर एक बुजुर्ग की हत्या का आरोप लगा है. पीड़ित परिजनों ने इस संबंध में पुलिस को दी तहरीर दी है जिसमें, ये आरोप लगाया है कि बंदरों के हमले में उनके परिवार के बुजुर्ग की जान चली गई. हालांकि पुलिस इस घटना को हादसा बता रही है. रमाला पुलिस क्षेत्राधिकारी राजीव प्रताप सिंह ने शनिवार को बताया कि पुलिस को इस दुर्घटना के बारे में सूचित किया गया था और हमने इसे केस डायरी में पंजीकृत किया, जिसके बाद पोस्टमॉर्टम किया गया.

दरअसल, बागपत के टिकरी गांव के एक परिवार का आरोप है कि उनके परिवार के बुजुर्ग धर्मपाल सिंह घर में हवन-पूजन के लिए लकड़ियां इकट्ठी करने के लिए गए थे, इसी दौरान बंदरों ने उन पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया. बंदरों के इस हमले में बुजुर्ग धर्मपाल सिंह को सिर और छाती में गंभीर छोटें आईं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.

परिजनों के आरोप के इतर पुलिस की थ्योरी अलग है. पुलिस ने इस घटना को हादसा करार देते हुए कहा कि जांच पड़ताल में पता चला है कि टिकरी गांव के रहने वाले धर्मपाल 17 अक्टूबर को ईंट के एक खंभे के पास लेटे हुए थे. इसी दौरान कुछ बंदर वहां पर मौजूद ईंटों के खंभे में कूद पड़े, जिससे वो ईंटे बुजुर्ग धर्मपाल के ऊपर भरभरा कर गिर पड़ीं. गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया था जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.

उधर, मृतक के भाई कृष्णपाल सिंह द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार धर्मपाल सिंह हवन के लिए लकड़ी इकट्ठा करने गए थे. वहीं बंदरों ने उन पर ईंट फेंकी, जिससे सिर और छाती की चोट के कारण धर्मपाल की अस्पताल में मौत हो गई. कृष्णपाल सिंह ने कहा कि हमने बंदरों के खिलाफ एक लिखित शिकायत दी है, लेकिन पुलिस मामले को हादसा करार देते हुए कुछ भी कार्रवाई नहीं कर रही है. अब हम इस मामले में उच्च अफसरों से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग करेंगे.