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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए एक ट्रस्ट को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार, 5 जनवरी को व्यक्तिगत रूप से लोकसभा में ''श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र'' के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की घोषणा की। यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा।

लोकसभा में प्रधानमंत्री द्वारा इस संबंध में घोषणा के बाद भाजपा के कई सदस्यों ने 'जय श्रीराम' के नारे भी लगाये। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर इसका स्वागत किया।

मुसलमानों को जमीन मुहैया करवाएगी यूपी सरकार, पीएम ने की पुष्टि

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि से लगी जमीन के साथ 67.77 एकड़ जमीन भी ट्रस्ट को दी गई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 9 नवंबर, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन दी जाएगी। एक ऐतिहासिक फैसले में शीर्ष अदालत ने 1992 में कारसेवकों द्वारा ध्वस्त की गई बाबरी मस्जिद के स्थान पर एक मंदिर के निर्माण को हरी झंडी दे दी थी।

पीएम मोदी ने इस बात पुष्टि की कि उत्तर प्रदेश सरकार मुसलमानों को जमीन मुहैया कराएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नौ नवंबर को फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने बहुत परिपक्वता का उदाहरण दिया था और वह इसके लिए देशवासियों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं।

ट्रस्ट में होंगे 15 न्यासी, एक न्यासी दलित समाज से होगा

पीएम की इस घोषणा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र'' ट्रस्ट में 15 न्यासी होंगे जिनमें से एक दलित समाज से होगा।

गृह मंत्री शाह ने अपने ट्वीट में कहा, ''श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे जिनमें से एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा।''

शाह ने बताया कि यह ट्रस्ट मंदिर से सम्बंधित हर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा और 67 एकड़ भूमि ट्रस्ट को हस्तांतरित की जायेगी।

उन्होंने कहा, ''मुझे पूर्ण विश्वास है कि करोड़ों लोगों का सदियों से जारी इंतजार शीघ्र ही समाप्त होगा और वे प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर उनके भव्य मंदिर में उनके दर्शन कर पाएँगे।''

शाह ने कहा, ''श्री राम जन्मभूमि पर उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार आज भारत सरकार ने अयोध्या में श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए अपनी कटिबद्धता दिखाते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नाम से ट्रस्ट बनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है।''

उन्होंने कहा कि आज का यह दिन समग्र भारत के लिए अत्यंत हर्ष और गौरव का दिन है। शाह ने कहा ''भारत की आस्था और अटूट श्रद्धा के प्रतीक भगवान श्री राम के मंदिर के संबंध में इस कदम के लिए मैं प्रधानमंत्री के प्रति आभार प्रकट करता हूं।''

(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)