सांकेतिक तस्वीरReuters/Kevin Lamarque

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और सूबे के पुनर्गठन के चलते पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सोमवार को टेलिफोन पर लंबी बातचीत हुई। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय शांति के अलावा द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि 'कुछ नेताओं द्वारा' भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी क्षेत्रीय शांति के लिए लाभकारी नहीं है।

इस दौरान पीएम मोदी ने पाक से संंबंधों को लेकर ट्रंप से कहा कि उसका भारत के खिलाफ हिंसा का रवैया शांति की प्रक्रिया के लिए बाधक है। यही नहीं पीएम मोदी ने ट्रंप से बातचीत में जोर देकर कहा कि क्षेत्र में शांति के लिए आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल तैयार करना होगा। यह सीमा पार आतंकवाद पर लगाम लगाए बिना संभव नहीं है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पीएम मोदी ने ट्रंप से पाकिस्तान से संबंध पर भी बातचीत की और कहा कि पाकिस्तान की एंटी इंडिया ऐक्टिविटी से इलाके में शांति को खतरा है, भारत ऐसी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप से बातचीत में कहा कि उम्मीद करते हैं जल्द भारत के वाणिज्य मंत्री और अमेरिकी प्रशासन के बीच बातचीत होगी और द्विपक्षीय व्यापार को आगे बढ़ाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत में कहा कि क्षेत्र में कुछ नेताओं द्वारा भारत के विरूद्ध हिंसा के लिए भड़काना और बयानबाजी करना शांति के अनुकूल नहीं है। साथ ही पीएम मोदी ने आतंकवाद एवं हिंसा मुक्त माहौल बनाने और सीमापार से आतंकवाद पर रोक लगाने के महत्व को रेखांकित किया।

गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के अमेरिका दौरे के वक्त डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि नरेंद्र मोदी ने उनसे जम्मू-कश्मीर मसले पर मध्यस्थता की बात कही थी। हालांकि उनके इस दावे का खुद वाइट हाउस ने ही खंडन किया था। अब भारत का अनुच्छेद 370 पर फैसला और उसके बाद सरकार के रुख से साफ है कि भारत इस मसले पर किसी भी तीसरे पक्ष के दखल के सख्त खिलाफ है।

राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण के निर्माण पर जोर दिया और कहा कि ऐसे वातावरण में सीमा पार आतंकवाद की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गरीबी, अशिक्षा और बीमारी से जो कोई भी देश लड़ रहा है, भारत उसके साथ सहयोग के समर्पित है। राष्ट्रपति से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने अफगानिस्तान की आजादी के 100 साल पूरा होने का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि भारत संगठित, सुरक्षित, लोकतांत्रिक और सच्चे मायनों में स्वतंत्र अफगानिस्तान के लिए हमेशा से प्रतिबद्ध रहा है और आगे भी रहेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत के दौरान ओसाका में दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत को याद किया। इस दौरान पीएम ने उम्मीद जताई कि जल्द ही भारत के वाणिज्य मंत्री और अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि एक दूसरे से मिलेंगे और दोनों देशों के बीच व्यापार से जुड़े द्विपक्षीय मुद्दों का समाधान आपसी हित में करेंगे।

भारत सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच हुई बातचीत गर्मजोशी भरी और सौहार्दपूर्ण तरीके से हुई।