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न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों पर हमला कर 50 लोगों की जान लेने वाले संदिग्ध ब्रेनटन टैरेंट (28) ने अपने वकील को हटा दिया है। उसकी योजना है कि वह भविष्य में कोर्ट में होने वाली सुनवाई में खुद बहस करेगा। इस फैसले के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि आरोपी कोर्ट के ट्रायल को अपने चरमपंथी विचारों को व्यक्त करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है।

न्यूजीलैंड हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक क्राइस्टचर्च जिला अदालत में टैरेंट का नेतृत्व करने वाले वकील रिचर्ड पीटर्स ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की। उनका कहना है कि टैरेंट बिलकुल स्पष्ट दिखाई दिया और वह मानसिक रूप से भी ठीक है।

शुक्रवार को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में मौत का तांडव मचाने वाले टैरेंट को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। उसे जब कोर्ट में लाया गया तो उसने सबको हैरान कर दिया। दरअसल, अपनी हैवानियत पर किसी तरह का पछतावा जताने की बजाए वह कोर्ट में खड़ा मुस्कुरा रहा था।

जज ने उसके खिलाफ हत्या के आरोप तय किए। उस पर और भी आरोप लगाए जा सकते हैं। कोर्ट ने हमलावर को अगली सुनवाई तक हिरासत में भेज दिया। सुरक्षा कारणों के चलते सुनवाई बंद कमरे में हुई। उसने जमानत की कोई अर्जी नहीं दी है। 5 अप्रैल को होने वाली अगली सुनवाई तक उसे हिरासत में रखा जाएगा।

न्यूजीलैंड की दो मस्जिदों पर हमला करने से पहले आतंकी ने 16,500 शब्दों का सनसनीखेज मैनिफेस्टो लिखा था। इस मैनिफेस्टो में उसने हजारों यूरोपीय नागरिकों की आतंकी हमलों में गई जान का बदला लेने के साथ श्वेत वर्चस्व को कायम करने की बात की है। उसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपना हीरो बताया है। आतंकी ब्रिटिश मूल का 28 वर्षीय युवक ब्रेंटन टैरेंट है जो ऑस्ट्रेलिया का रहने वाला है।

आतंकी ने अपने मैनिफेस्टो 'द ग्रेट रिप्लेसमेंट' में डोनाल्ड ट्रंप को श्वेत वर्चस्व का प्रतीक माना है। इस हमले की वजह का उल्लेख करते हुए लिखा कि ये भूमि श्वेतों की है। वो हमसे कभी जीत नहीं पाएंगे। आतंकी ने तीन महीने पहले ही अल नूर मस्जिद में हमले की योजना बनाई थी। आतंकी चाहता था कि वो इस हमले से बचकर निकल जाए ताकि इससे लोगों में और डर फैले। वह यूरोप में हुई आतंकी घटनाएं से गुस्से में था।

हमला से पहले आतंकी ने हेलमेट में कैमरा पहना और घटना की लाइव स्ट्रीमिंग की। इस वीडियो में आतंकी की कार में बोस्निया युद्ध के दौरान सर्बियाई अर्ध सैनिक बलों का मार्चिंग एंथम बज रहा है। इसले अलावा आतंकी ने अपने हथियारों में ऐसे लोगों के नाम लिखे जो मुसलमानों और शरणार्थियों की हत्या के दोषी थे।

ऑस्ट्रेलिया की आतंकवाद रोधी पुलिस ने सोमवार को आरोपी से संबंधित न्यू साउथ वेल्स के दो घरों में खोजबीन की। मामले से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि टैरेंट का परिवार उन्हें जांच में सहयोग करेगा। उसकी बहन और मां को भी सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया है।

टैरेंट द्वारा अल नूर और लिनवुड मस्जिद पर किए गए हमले के बाद से न्यूजीलैंड में हाई अलर्ट है। टैरेंट ने इस घिनौने अपराध का लाइव वीडियो भी बनाया था, जो 17 मिनट का था। इस फेसबुक लाइव वीडियो को फेसबुक ने तो हटा दिया लेकिन तब तक इस वीडियो को लोग डाउनलोड कर चुके थे और यह कई एप्स और वेबसाइट पर भी पहुंच गया था।

टैरेंट ने हमले की योजना पहले से बनाई हुई थी। शुक्रवार को भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज के लिए एकत्रित हुए थे, तभी उसने उनपर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इस हमले के बाद वहां देशभर की मस्जिदों को बंद रखने की सलाह दी गई है।