सांकेतिक तस्वीर

राष्ट्रीय राजधानी में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर लगी रोक के बावजूद गुरुवार, 19 दिसंबर को सड़कों पर उतरने के चलते सैकड़ों छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया गया, जबकि कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। कई मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया गया, जिससे शहर में यातायात प्रभावित हुआ।

इसके अलावा विपक्षी नेताओं डी राजा, सीताराम येचुरी, नीलोत्पल बसु, वृंदा करात, अजय माकन, संदीप दीक्षित के साथ ही योगेंद्र यादव और उमर खालिद को पुलिस ने हिरासत में लिया। उन्हें लाल किला और मंडी हाउस के पास से हिरासत में लिया गया, जहां प्रदर्शन करने की योजना बनाई गई थी। हालांकि, बाद में इन नेताओं को शहर के विभिन्न इलाकों में छोड़ दिया गया।

दिल्ली में निषेधाज्ञा लागू होने की वजह से दिल्ली पुलिस ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए लाल किला पहुंच रहे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया और आसपास बैरिकेड लगा दिए ताकि लोग वहां तक नहीं पहुंच सकें। लाल किले से पीछे हटाए जाने के बाद प्रदर्शनकारी सुनहरी मस्जिद के नजदीक जमा हो गए और 'हम होंगे कामयाब', 'इंकलाब जिंदाबाद' के नारे लगाने लगे। प्रदर्शनकारियों ने ' सीएए से आज़ादी', और 'एनआरसी से आज़ादी' के भी नारे लगाए।

प्रदर्शनकारियों में पुरानी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली के स्थानीय लोग तथा छात्र शामिल थे। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में तिरंगा झंडा थामे हुए थे। लाल किले के आसपास बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने बसों में बंद किया। इलाके को खाली करने के प्रयास के तहत यह किया गया जहां धारा 144 लागू है। पुलिस प्रदर्शनकारियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।

इसके बाद प्रदर्शनकारी जंतर-मंतर की ओर बढ़ने लगे और इसे देखते हुए प्रदर्शन स्थल पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों और अवरोधकों को लगाया गया। जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान लोगों ने गांधीगिरी का सहारा लिया और सुरक्षाकर्मियों को गुलाब का फूल दिया और कहा कि पुलिस जितना चाहें उन्हें लाठी मार सकती है, लेकिन उनका संदेश "घृणा के बदले में प्यार" है। प्रदर्शन में शामिल कुछ वकीलों ने प्रदर्शनकारियों को पुलिस द्वारा उन्हें हिरासत में लेने की स्थिति में कानूनी सहायता मुहैया कराने की पेशकश की।

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वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने छात्रों और कार्यकर्ताओं से शांति बरतने की अपील की है। पुलिस ने किसी भी हालात से निपटने के लिए जंतर मंतर पर वाटर कैनन भी तैनात कर दिये हैं। दिल्ली में कम से कम 20 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिये गये हैं वहीं दक्षिण, पूर्वी और उत्तरी दिल्ली के बड़े हिस्से में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड लगाये गये हैं। शहर में कई जगहों पर यातायात की भी समस्या आ रही है।

विरोध प्रदर्शनों की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर यातायात जाम में चालक दल के सदस्यों के फंसे होने के कारण इंडिगो ने 19 उड़ानें रद्द कर दी हैं, जबकि 16 अन्य उड़ानें विलंबित हुईं। दिल्ली हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। विस्तारा, एयर इंडिया और इंडिगो ने घोषणा की कि जो संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन की वजह से दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में जाम फंसे हुए हैं, उन्हें अन्य उड़ानों में समायोजित किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया, ''अभी तक राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर यातायात जाम की वजह से 16 उड़ानें विलंबित हुई हैं। इंडिगो ने अपने चालक दल के सदस्यों के यातायात जाम में फंसे होने और अन्य मुद्दों की वजह से 19 उड़ानों को रद्द कर दिया है।''

विरोध प्रदर्शनों के बीच पुलिस के निर्देश पर दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो सहित दूरसंचार कंपनियों की इंटरनेट, वायस और संदेश सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। आदेश के मुताबिक, उत्तरी और मध्य दिल्ली के पुराने इलाकों सहित मंडी हाउस, सीलमपुर, जाफराबाद, मुस्तफाबाद, जामिया नगर, शहीद पार्क और बवाना में दूरसंचार सेवाओं को निलंबित किया गया है।

नयी दिल्ली के विशेष प्रकोष्ठ के पुलिस उपायुक्त की ओर से जारी आदेश के अनुसार, ''कानून और व्यवस्था के वर्तमान हालात को देखते हुए सभी प्रकार के संचार जैसे वॉयस, एसएमएस और इंटरनेट सेवाओं को 19-12-2019 को इन इलाकों में 0900 बजे से 1300 बजे तक रोकने का निर्देश दिया जाता है।''

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.