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राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मुकाबले में चेन्नै सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का मैदान पर आकर अंपायर से बहस करना क्रिकेट के कई चाहने वालों को रास नहीं आ रहा है। धोनी जो अपने शांत स्वभाव के कारण 'कैप्टन कूल' के नाम से जाने जाते हैं, गुरुवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम में कुछ अलग अंदाज में नजर आए। अंपायर उल्हास गांधे ने चेन्नै सुपर किंग्स की पारी के आखिरी ओवर में बेन स्टोक्स की एक गेंद को नो-बॉल करार दिया, जिसे स्क्वेअर लेग अंपायर से बातचीत के बाद बदल दिया गया। धोनी इस बात पर अपना आपा खो बैठे और डग आउट से मैदान में जाकर अंपायरों से बहस करने लगे।

वहीं, धोनी पर मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाया गया लेकिन कई पूर्व क्रिकेटर उनके इस व्यवहार से नाराज नजर आए। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मार्क वॉ, भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा और संजय मांजरेकर उनके इस व्यवहार ने नाराज नजर आए।

माइकल वॉन भी धोनी की इस हरकत से नाखुश नजर आए। उन्होंने ट्वीट किया कि यह खेल के लिए अच्छा नहीं है। वॉन ने लिखा, 'यह खेल के लिए अच्छा नहीं दिख रहा है। किसी कप्तान को डग आउट से पिच पर आने की क्रिकेट में कोई जगह नहीं है।' उन्होंने लिखा, 'कप्तान (धोनी) का पिच पर आना, यह नहीं हो सकता। मैं जानता हूं यह महेंद्र सिंह धोनी हैं और वह इस देश में कुछ भी कर सकते हैं लेकिन आप इस तरह डग आउट छोड़ मैदान पर आकर अंपायर को उंगली नहीं दिखा सकते। यह बिलकुल नहीं हो सकता।'

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मार्क वॉ ने भी इस घटना पर नाराजगी जताई है। उन्होंने माइकल वॉन को ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा है, 'मैं आईपीएल में मालिकों के दबाव और पैसे को समझ सकता हूं लेकिन दो घटनाओं को लेकर मैं काफी निराश हूं। इनमें टीमों के कप्तान शामिल थे। एक अश्विन और एमएस धोनी। यह बिलकुल भी अच्छा नहीं है।' वॉ ने अश्विन और जोस बटलर के मांकडिंग विवाद का भी जिक्र किया।

संजय मांजरेकर ने धोनी की इस हरकत से नाराज दिखे। उन्होंने लिखा, 'मैं हमेशा से धोनी का बड़ा प्रशंसक रहा हूं लेकिन उनका इस तरह मैदान पर जाना ठीक नहीं था। वह खुशकिस्मत हैं कि उन पर एक छोटा सा फाइन लगा।'

आपको बता दें कि गुरुवार रात की यह घटना चेन्नै की पारी के 20वें ओवर की चौथी गेंद पर हुई। बेन स्टोक्स ने मिशेल सैंटनर को नो बॉल फेंकी। पहले अंपायर उल्हास गांधे ने इसे नो-बॉल दिया लेकिन बाद में स्क्वेअर लेग पर खडे़ अंपायर ब्रूस ऑक्सनफर्ड से बात के बाद इस फैसले को बदल दिया। धोनी जो इससे पिछली गेंद पर आउट हुए थे इस बात से नाराज हो कर मैदान पर चले आए। वह अंपायरों से बहस करने लगे। वह अंपायर की ओर इशारा कर रहे थे तब लेग अंपायर ऑक्सनफर्ड ने उन्हें मैदान से बाहर जाने के लिए कहा।

भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने इस आईपीएल में अंपायरिंग के खराब स्तर की बात की है लेकिन गलत परंपरा शुरू करने के लिए धोनी की भी आलोचना की है। आकाश चोपड़ा ने कहा, 'इस आईपीएल में अंपायरिंग का स्तर काफी कम रहा है। एक नो-बॉल दी गई और फिर उस नतीजे को पलट दिया गया। इस बात पर गुस्सा आना यानाराज होना समझ में आता है। लेकिन विपक्षी टीम के कप्तान को आउट होने के बाद मैदान पर आने का कोई अधिकार नहीं है। धोनी ने आज एक गलत परंपरा कायम की है।'

पूर्व क्रिकेटर हेमंग बदानी ने भी लिखा है कि अंपायर गेंद को नो-बॉल देने और उसे पलटने का पूरा अधिकार रखते हैं। हैरानी इस बात की है कि धोनी ने उसे कैसे हेंडल किया। यह कप्तान कूल जैसा व्यवहार नहीं था।