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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार द्वारा गठित 'राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास' की बुधवार, 19 फरवरी को दिल्ली में ट्रस्ट के अध्यक्ष के परासरन के घर पर आयोजित हुई पहली बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णयों पर मुहर लगाई गई।

बैठक में महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के चंपत राय को महासचिव चुना गया। इसके अलावा महंत गोविंद गिरी को ट्रस्ट का कोषाध्यक्ष और पीएम मोदी के प्रधान सचिव रहे नृपेंद्र मिश्रा को ट्रस्ट की निर्माण समिति का चेयरमैन बनाया गया है।

हालांकि मंदिर निर्माण कब से शुरू होगा इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है। ट्रस्ट की अगली बैठक अब अयोध्या में होगी जिसमें मंदिर निर्माण की तारीख को तय किया जा सकता है।

इसके अलावा बैठक में फैसला हुआ कि अयोध्या में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में ट्रस्ट का खाता खोला जाएगा। ट्रस्ट के अध्यक्ष चुने गए महंत नृत्य गोपाल ने बैठक के बाद कहा कि लोगों की भावनाओं का सम्मान होगा और जल्द से जल्द मंदिर का निर्माण होगा।

बैठक के बाद ट्रस्ट के महासचिव नियुक्त हुए विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय ने ट्रस्ट की पहली बैठक को सैकड़ों वर्षों के ऐतिहासिक भूल का सुधार करार दिया। राय ने कहा, '14 ट्रस्टी आज यहां उपस्थित थे। हिंदुस्तान का आज यहां इतिहास लिखा गया। 490 साल के ऐतिहासिक भूल का आज परिमार्जन हुआ।'

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरि ने कहा ट्रस्ट की पहली बैठक विजया एकादशी के शुभ दिन हुई है। उन्होंने कहा, 'आज छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्मदिन है, संघ के दूसरे सरसंघचालक गोलवरलकरजी का भी आज जन्मदिन है। विजय एकादशी के शुभ दिन ट्रस्ट ने पहली बैठक की और महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में मंदिर निर्माण समिति बनी है। 15 दिनों के भीतर एक और बैठक होगी, अयोध्या में होगी और तब मंदिर निर्माण की तारीख पर चर्चा होगी।'

इससे पूर्व वैष्णव वैरागी अखाड़ों की निर्वाणी अणी के महंत और अयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत धर्मदास भी ट्रस्ट की बैठक के दौरान पहुंच गए, लेकिन उन्हें बैठक में शामिल नहीं किया गया। उन्हें बैठक कक्ष के बाहर ही एक अन्य कमरे में बैठा दिया गया। महंत धर्मदास काफी समय से ट्रस्ट में शामिल होने की मांग कर रहे थे और वो पुजारी बनना चाहते हैं।

सूत्रों के मुताबिके, उन्होंने ट्रस्ट में शामिल न करने और रामलला की सेवा पूजा का अधिकार न देने की सूरत में अदालत का दरवाजा खटखटाने की बात कही है। बैठक के बाद उनको समझाने बुझाने की कवायद भी हो सकती है।

ट्रस्ट के अध्यक्ष के. परासरण की अगुवाई में हुई बैठक में ये मुख्य लोग मौजूद रहे:
1. महंत नृत्यगोपाल दास
2. महंत दिनेन्द्र दास
3. गृह मंत्रालय से संयुक्त सचिव ज्ञानेश कुमार
4. होम्योपैथ डॉ. अनिल कुमार मिश्रा
5. चंपत राय (वीएचपी)
6. शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती
7. यूपी के अपर प्रधान गृह सचिव अवनीश अवस्थी
8. परमाननंद जी महाराज
9. अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज झा
10. कामेश्वर चौपाल
11. पेजावर मठ के प्रमुख विश्वप्रसन्न तीर्थ स्वामी
12. पुणे के स्वामी गोविंद देव गिरी
13. अयोध्या के राज परिवार के विमलेंद्र मोहन मिश्र

इससे पहले ट्रस्ट में महंत नृत्यगोपाल दास का नाम नही होने पर अयोध्या के संतों ने नाराजगी जताई थी। संतों ने आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी थी। संतों के रुख को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महंत नृत्यगोपाल दास से बातचीत करने का आश्वासन दिया था। बता दें कि महंत नृत्यगोपाल दास शुरू से ही मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं। उन्हीं के मठ से मंदिर आंदोलन का संचालन होता था।

भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र' ट्रस्ट की स्थापना से संबंधित राजपत्र अधिसूचना पहले ही जारी कर चुकी है। गौरतलब है कि शीर्ष अदालत द्वारा राम मंदिर के पक्ष में फैसला देने व मंदिर निर्माण के लिए न्यास के गठन के आदेश पर 5 फरवरी को केंद्र सरकार ने ट्रस्ट का ऐलान किया था।