सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरPTI

इस बार के दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ी संख्या में अमीर उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, ताकि उनकी पार्टी को बहुमत के जादुई आंकड़े को पार करने में मदद मिल सके।

2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के 143 उम्मीदवारों के पास एक करोड़ रुपये या उससे अधिक की संपत्ति थी। मगर इस बार 11 फीसदी की वृद्धि के साथ ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 164 हो गई है।

इसके अलावा इस बार 13 उम्मीदवारों ने 50 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है। इसमें आप के छह, कांग्रेस के चार और बीजेपी के तीन उम्मीदवार शामिल हैं।

आप के धर्मपाल लाकड़ा के पास 292.1 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो उन्हें चुनावी मैदान में सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक बनाती है। चार सबसे अमीर उम्मीदवार आप पार्टी से ही हैं।

इसके साथ ही तीन उम्मीदवारों ने 80 करोड़ रुपये के करीब संपत्ति घोषित की है।

लाकड़ा के बाद आरके पुरम सीट से चुनाव लड़ रहीं परमिला टोकस का नाम आता है, जिन्होंने अपने और अपने परिवार के नाम पर 80.8 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। आप के बदरपुर से उम्मीदवार राम सिंह नेताजी ने भी 80 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। कांग्रेस के नेता रहे राम सिंह दो बार विधायक रहे चुके हैं, जो अब आप का दामन थाम चुके हैं।

पटेल नगर से चुनाव लड़ रहे आप के राज कुमार आनंद ने 76 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।

टोकस कांग्रेस की प्रियंका सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी, जो अमीर उम्मीदवारों की सूची में पांचवें स्थान पर हैं। प्रियंका सिंह ने 70.3 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।

बीजेपी के उम्मीदवार इस सूची में छठे, सातवें और आठवें स्थान पर हैं। छतरपुर से उम्मीदवार ब्रह्म सिंह तंवर ने 66.3 करोड़ रुपये, कृष्णा नगर से अनिल गोयल ने 64.1 करोड़ रुपये और बिजवासन से सत प्रकाश राणा ने 57.4 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।

इसके अलावा नौवें व 10वें नंबर पर भी आप उम्मीदवार ही हैं। राजौरी गार्डन से धनवंती चंदेला के पास 56.9 करोड़ रुपये और उत्तम नगर से नरेश बाल्यान के पास 56.9 करोड़ रुपये की संपत्ति है।

चुनाव लड़ रहे पांच उम्मीदवारों ने एक लाख रुपये या उससे भी कम की संपत्ति घोषित की है।

70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा के लिए मतदान आठ फरवरी को होगा और नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.