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भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए यह राहत की बात है कि भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चुनौतीपूर्ण मैच में शानदार जीत से अपना विश्व कप अभियान शुरू करने में सफल रही जो कि उसके लिए काफी 'महत्वपूर्ण' है। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट पर 227 रन बनाए। भारत ने रोहित शर्मा के नाबाद 122 रन की मदद से 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया।

कैप्टन कोहली ने मैच के बाद कहा, 'हमें पहले मैच के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा ओर इसके बाद इस तरह का मैच खेला। मैच पूरे समय चुनौतीपूर्ण बना रहा। हमारे लिए जीत से शुरुआत करना महत्वपूर्ण था। अगर आप मैच पर गौर करो तो यह चुनौतीपूर्ण रहा। रोहित के आगे नतमस्तक हूं। यह पेशेवर जीत है।'

उन्होंने कहा, 'अगर हम टॉस जीतते तो पहले गेंदबाजी ही करते। परिस्थितियां तब गेंदबाजों के अनुकूल थीं और दक्षिण अफ्रीका 2 हार के बाद इस मैच में उतरी। जसप्रीत बुमराह हमेशा अलग स्तर की गेंदबाजी करते हैं। बल्लेबाज हमेशा उसके सामने दबाव महसूस करते हैं। चहल ने बेजोड़ गेंदबाजी की।'

कोहली ने कहा, 'बुमराह ने जिस तरह से अमला को आउट किया, वह लाजवाब था। मैंने अमला को इस तरह से स्लिप में कैच देकर आउट होते हुए नहीं देखा। क्विंटन डि कॉक का विकेट भी शानदार था। रोहित की पारी विशेष थी। टॉप-3 बल्लेबाजों में से किसी का एक का शतक लगाना हमारे लिए जरूरी है।'

वहीं दूसरी तरफ अफ्रीकी कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने भारतीय गेंदबाजों की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'उनकी (भारतीय) गेंदबाजी बेहतरीन रही। उनके पास अच्छे तेज गेंदबाज और अच्छे स्पिनर हैं। हमने शुरुआती झटकों के बाद अच्छी वापसी की लेकिन उनके स्पिनरों ने हमारा मध्यक्रम झकझोर दिया। हमारे किसी बल्लेबाज को लंबी पारी खेलनी चाहिए थी। अधिक बल्लेबाजों की 30 या 40 रन की पारियां स्वीकार्य नहीं हैं।'

उन्होंने रोहित शर्मा की पारी के बारे में कहा, 'रोहित का भाग्य ने साथ दिया कि लेकिन बाद में उन्होंने शतक जमाया और अपनी टीम को जीत दिलाई।'

रोहित को उनकी नाबाद शतकीय पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा कि पिच से गेंदबाजों को मदद मिल रही थी और इसलिए उन्होंने संभलकर बल्लेबाजी की।

रोहित ने कहा, 'पूरे मैच में गेंदबाजों को पिच से कुछ मदद मिलती रही। मैंने अपने शॉट खेलने में समय लिया और मैं जिन शॉट को खेलना पसंद करता हूं उन्हें नहीं खेला। यह रोहित की आम पारियों जैसी नहीं थी लेकिन मैं आखिर तक टिके रहकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाना चाहता था। इस टीम में सभी बल्लेबाजों की अपनी भूमिका है। हम 1-2 खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं रह सकते। यह इस टीम की विशेषता है।'