सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

दिल्ली पुलिस ने जांच और कानून व्यवस्था को अलग करने की व्यवहार्यता पर अध्ययन के लिये राष्ट्रीय राजधानी में 30 पुलिस थानों में एक प्रायोगिक परियोजना शुरू की है।

विशेष पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं भर्ती) संजय सिंह ने कहा कि अलग जांच शाखाओं की स्थापना के लिये पहले चरण में 30 पुलिस थानों में प्रायोगिक परियोजना शुरू की जा रही है।

उन्होंने कहा, ''यह कदम उन्हें विशेषज्ञता देगा और इससे पीड़ितों तथा अपराध खासकर जघन्य मामलों से प्रभावित परिवारों तक पुलिस के पहुंचने के समय में सुधार होगा।''

अन्य अधिकारी ने बताया कि एक उपनिरीक्षक, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल (कुल 4,227 पुलिसकर्मियों) वाली ऐसी कम से कम 1,409 टीमें बनायी गयी हैं और 15 पुलिस जिलों में प्रत्येक को दो पुलिसकर्मी दिये गये हैं।

यह प्रायोगिक परियोजना मध्य सितंबर में शुरू हुई थी इसके तहत जांच का जिम्मा पुलिसकर्मियों को मिला है उन्हें लैपटॉप भी दिया गया है और वे नववर्ष की पूर्व संध्या, गणतंत्र दिवस जैसे बड़े आयोजनों के अलावा कानून व्यवस्था की ड्यूटी में लिप्त हैं। अधिकारी ने कहा कि जांच टीम के कर्मी प्रशिक्षित और कानूनी, फॉरेंसिक, वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकीय उपकरणों से लैस हैं।