सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरREUTERS/Vivek Prakash

वाहन बनाने वाली कंपनी टाटा मोटर्स को ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर में संपत्ति का नुकसान होने से चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 26,960.80 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। इसका कारण जगुआर लैंड रोवर की संपत्ति में हुआ नुकसान है। कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,214.60 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।

टाटा मोटर्स ने कहा कि उसके मुनाफे पर ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर में 27,838 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान होने का असर पड़ा है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान परिचालन से प्राप्त कुल आय पिछले वित्त वर्ष के 74,337.70 करोड़ रुपये से 4.36 प्रतिशत बढ़कर 77,582.71 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

हालांकि जगुआर लैंड रोवर की आय इस दौरान एक प्रतिशत गिरकर 6.2 अरब पौंड पर आ गया। टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा, 'मांग में नरमी और वित्तीय स्थिति पर इसके प्रभाव को देखते हुए जगुआर लैंड रोवर ने यह तय किया है कि पूंजीगत निवेश के मूल्य को कम किया जाना चाहिए। इससे तिमाही में कर पूर्व 3.4 अरब पौंड का नुकसान हुआ है।'

जगुआर लैंड रोवर के मुख्य कार्यकारी राल्फ स्पेथ ने कहा, 'हम अपने पूंजीगत निवेश का मूल्य कम करने के लिए गैर-नकदी शुल्क की घोषणा कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि वाहन उद्योग बाजार, प्रौद्योगिकी और नियामक के मोर्चे पर चुनौतियों का सामना कर रहा है।

इसी के साथ नए मॉडलों, विद्युतीकरण और अन्य प्रौद्योगिकियों पर निवेश काफी अधिक है। टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी का घरेलू कारोबार तेजी से बढ़ रहा है और मुनाफे के साथ वृद्धि तथा बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, 'परिवर्तन2.0 उत्पादों की जारी पेशकश के साथ बेहतर परिणाम दे रहा है। यह टिकाऊ वृद्धि के लिये रास्ता तैयार कर रहा है।' उन्होंने कहा कि जगुआर लैंड रोवर के लिये बाजार परिस्थितियां विशेषकर चीन में चुनौतीपूर्ण बनी हुई हैं।

चंद्रशेखरन ने कहा, 'कंपनी ने प्रतिस्पर्धिता बढ़ाने, लागत कम करने और नकदी प्रवाह बेहतर बनाने के लिए निर्णायक कदम उठाया है। इसके साथ ही नए उत्पादों और अग्रणी प्रौद्योगिकियों में निवेश जारी है। इन कदमों से हम मध्यम अवधि में बेहतर प्रदर्शन के लिये टाटा मोटर्स को तैयार कर रहे हैं।'