व्यक्तिगत दुश्मनी को इस हत्या के पीछे की प्रमुख वजह माना जा रहा है क्योंकि कानहुरकर और मृतक, रिश्ते में चचेरे भाई हैं.
व्यक्तिगत दुश्मनी को इस हत्या के पीछे की प्रमुख वजह माना जा रहा है क्योंकि कानहुरकर और मृतक, रिश्ते में चचेरे भाई हैं.रायटर्स फाइल

मंगलवार, 12 जून को, महाराष्ट्र के पुणे के नजदीक हुई एक बेहद चैंकाने वाली घटना में एक 18 वर्षीय किशोर को चलती बस में धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया गया. हत्या का आरोपी, जिसकी पहचान अजीत कानहुरकर के रूप में की गई है, पीड़ित के बस में चढ़ने से पहले से ही चलती बस में सवार था. उसके बस में सवार होने के बाद आरोपी ने उसपर धारदार हथियार से हमला कर दिया.

व्यक्तिगत दुश्मनी को इस हत्या के पीछे की प्रमुख वजह माना जा रहा है क्योंकि कानहुरकर और मृतक, रिश्ते में चचेरे भाई हैं. कानहुरकर ने कथित रूप से पीड़ित की बहन की कुछ तस्वीरें और व्यक्तिगत जानकारियां आॅनलाइन प्रसारित कर दी थीं जिसके बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई थी.

एक पुलिस अधिकारी ने प्रेस ट्रस्ट आॅफ इंडिया को बताया, ''लड़की के परिवार ने हाल ही में कथित रूप से लड़की की कुछ तस्वीरों और अश्लील सामग्री को एक सोशल नेटवर्किंग साईट पर पोस्ट करने के चलते संदिग्ध, जो उनका रिश्तेदार भी है, के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज करवाया था.''

उन्होंने आगे बताया, ''मंगलवार की सुबह, मृतक दवाडी बस अड्डे से बस में बैठा. संदिग्ध पहले से ही बस में सवार था. जैसे ही बस ने चलना शुरू किया, संदिग्ध ने पीछे से आकर मृतक पर धारदार हथियार से हमला करना शुरू कर दिया.''

एकाएक हुए इस हमले से बस में सवार अन्य यात्री स्तब्ध रह गए और उन्होंने चिल्लाते हुए ड्राईवर से बस को रोकने को कहा. हालांकि बस के रुकते ही कानहुरकर बस से उतरकर फरार हो गया.

बताया जाता है कि घटना के बाद मृतक के परिजनों ने पुलिस थाने पर हंगामा किया और आरोपी कानहुरकर की गिरफ्तारी होने तक शव को लेने से इंकार कर दिया. पुलिस ने बाद में उसे ढूंढकर हिरासत में ले लिया.

घटना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए पुलिस ने टाईम्स आॅफ इंडिया को बताया कि कानहुरकर को आठ महीने पहले भी पीड़ित की बहन द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करवाने के बाद गिरफ्तार किया गया था. उसने आॅनलाइन अपनी तस्वीरों के साथ अश्लील सामग्री मिलने के बाद पुलिस का रुख किया था.

अधिकारी ने आगे बताया, ''8 जून को उसके भाई ने संदिग्ध के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी और पुलिस ने तभी सूचना एक प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया था.''