मनोहर पर्रिकर
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लंबे समय से बीमार चल रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की स्थिति को देखते हुए चर्चायें हैं कि उनकी जगह किसी और को नया नेता चुना जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक पर्रिकर ने बीजेपी नेतृत्व से भी इस बारे में बात की है. कहा जा रहा है कि पर्रिकर ने बीजेपी नेतृत्व से कहा है कि वह मौजूदा परिस्थिति में चाहे तो गोवा में नया मुख्यमंत्री बना सकती है. 

मनोहर पर्रिकर का इलाज होने में लंबा वक्त लग सकता है, इसलिए उन्होंने पार्टी से कोई वैकल्पिक व्यवस्था करने का अनुरोध किया है. पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार, पर्रिकर ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को फोन कर कहा है कि राज्य में नेतृत्व के लिए कोई दूसरी व्यवस्था की जाए. खबर है कि बीजेपी के पर्यवेक्षक संगठन महासचिव रामलाल और वरिष्ठ नेता बी एल संतोष को गोवा भेजा जा रहा है. केंद्रीय टीम गोवा पहुंचकर वहां की स्थिति के मुताबिक कोई विकल्‍प तलाशने की कोशिश करेगी जब तक कि पर्रिकर की हेल्थ को लेकर स्थिति साफ नहीं हो जाती.

इस बीच गोवा की बीजेपी इकाई ने मुख्यमंत्री पर्रिकर के अस्पताल में भर्ती होने की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को अपनी राज्य-स्तरीय कोर कमेटी की बैठक आयोजित की. हालांकि पार्टी ने बैठक की जानकरी साझा नहीं की, लेकिन बैठक में भाग लेने वाले एक नेता ने नाम न जाहिर होने की शर्त पर कहा कि यह एक 'सामान्य बैठक' थी, जिसमें गोवा की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गई.

बाद में कोर कमेटी ने मुख्यमंत्री पर्रिकर से मुलाकात की. सरकार में सहयोगी दलों के नेताओं ने भी पर्रिकर से मुलाकात की. इससे पहले मुख्यमंत्री पर्रिकर को बृहस्पतिवार शाम को कैंडोलिम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराए जाने को लेकर पुष्टि भी की, लेकिन उन्होंने उनकी तबीयत के बारे में ब्योरा देने से इंकार कर दिया.

इससे पहले मुख्यमंत्री पर्रिकर की सेहत पर कांग्रेस ने बार-बार सवाल उठाती रही है. कांग्रेस का कहना है कि पर्रिकर पहले अपना फिटनेस सर्टिफिकेट दें, उसके बाद काम करें. मुख्यमंत्री के अक्सर अनुपस्थित रहने तथा उनकी कैबिनेट के 2 अन्य सहकर्मियों के अस्पताल में भर्ती होने के की बात कहते हुए कांग्रेस नेताओं ने पिछले हफ्ते गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा से हस्तक्षेप की मांग की.

राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी ने कहा कि पर्रिकर को काम पर लौटने से पहले फिटनेस प्रमाणपत्र देना चाहिए. मुख्यमंत्री को किस तरह की बीमारी है, उस बारे में पता नहीं चल पाया है. वहीं, दो अन्य मंत्री गंभीर बीमारियों के चलते अस्पताल में भर्ती हैं.